November 22, 2024

जिला में सड़क, पानी व बिजली की सभी योजनाएं बहाल : उप मुख्यमंत्री

1 min read

अजय कुमार, बंगाणा, लोगों के कल्याण के लिए समर्पित प्रदेश सरकार आपदा प्रभावित क्षेत्रों में पुनर्वास कार्य युद्धस्तर पर कर रही है। राहत एवं पुनर्वास कार्यों को तीव्र गति से चलाया जा रहा है। यह बात उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने डीआरडीए सभागार में जिला राहत एवं पुनर्वास समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए कही। उन्होंने कहा कि प्रदेश में हुई भारी बारिश, बाढ़ व भूस्खलन के कारण हुए नुक्सान का आंकलन करने के लिए सभी जिलों में राहत पुनर्वास कार्यों की समीक्षा के लिए जिला स्तरीय राहत एवं पुनर्वास समितियों का गठन किया गया है। उन्हांेने कहा कि प्रभावित लोगों के राहत एवं पुनर्वास के कार्यों को सभी अधिकारी आपसी तालमेल और तत्परता के साथ करेें ताकि लोगों को शीघ्र राहत प्रदान की जा सके।
उप मुख्यमंत्री ने जल शक्ति विभाग को निर्देश दिए कि वे पानी की गुणवत्ता युक्त आपूर्ति बनाए रखना सुनिश्चित करें ताकि लोगों को किसी भी प्रकार की समस्या का सामना न करना पडे़। इसके साथ ही उन्होंने अधिकारियों व कर्मचारियों को अपने मोबाइल फोन ऑन मोड पर रखने को कहा। उन्होंने भारी बारिश के कारण स्वां नदी में आई बाढ़ के कारण जहां नुक्सान हुआ है उसकी वीडियोग्राफी करवाने को कहा। उन्हांेने कहा कि स्वां नदी एक धरोहर है और इसको होने वाले नुक्सान से बचाने के लिए हर संभव प्रयास किए जाएंगे।
अग्निहोत्री ने कहा कि प्रदेश में बारिश से हुई भंयकर त्रासदी हुई है और इससे राज्य भारी नुक्सान का सामना करना पड़ा है। उन्होंने कहा कि इस आपदा की स्थिति में राज्य के अधिकारियों व कर्मचारियों ने भीषण परिस्थितियों में जान जोखिम में डालकर धरातल पर बेहतरीन कार्य किया और सड़क, पानी व बिजली जैसी मूलभूत सुविधाएं बहाल की जिसके चलते जीवन पुनः पटरी पर लौटा। इसके लिए उन्होंने अधिकारियों व कर्मचारियों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि आपदा की घड़ी में बेहतरीन कार्य करने वाले अधिकारियों व कर्मचारियों को सम्मानित भी किया जाएगा।
उन्होंने अधिकारियों से कहा कि मॉनसून अभी खत्म नही हुआ है भविष्य में भी चुनौतियों से निपटने के लिए अधिकारी तैयार रहें। उन्होंने जिलावासियों से भी आग्रह किया कि वे धैर्य से काम से लें। जिला के सभी अधिकारी व कर्मचारी मूलभूत सुविधाओं की बहाली के लिए दिन-रात तत्परता के साथ कार्य में जुटे हैं। उन्होंने कहा कि वर्तमान में जिला में सभी सड़कें, पेयजल योजनाएं व बिजली की सुविधाएं बहाल कर दी गई हैं।
मॉनसून के कारण 186.83 करोड़ रूपये के नुक्सान का आंकलन
उन्होंने बताया कि भारी मॉनसून के कारण जिला में 186.83 करोड़ रूपये का आंकलन किया गया है। उन्होंने जिला में भारी बारिश से हुए नुक्सान की विभागवार जानकारी ली तथा पुनर्निर्माण कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने बताया कि जिला में 78.20 करोड़ रूपये का नुक्सान जल शक्ति विभाग की विभिन्न योजनाओं को पहुंचा है। लोक निर्माण विभाग की सड़कों व पुलों को 48.82 करोड़ रूपये, हिमाचल प्रदेश राज्य विद्युत बोर्ड को 23.29 करोड़ रूपये, राष्ट्रीय उच्च मार्ग प्राधिकारण को अत्याधिक वर्षा के कारण 2.33 करोड़, स्वां नदी बाढ नियंत्रण सर्कल ऊना को भारी बारिश के कारण 2.90 करोड़, शिक्षा विभाग के 13 स्कूलों को 34.40 लाख रूपये, स्वास्थ्य विभाग की 13.23 करोड़ रूपये की 62 स्वास्थ्य सुविधाओं को नुक्सान पहुंचा है। उन्होंने बताया कि कृषि विभाग को को बारिश के कारण 4.91 करोड़ रूपये की हानि पहुंची है जिसमें 4606.7 हैक्टेयर क्षेत्र प्रभावित हुआ है।
उप मुख्यमंत्री ने कहा कि आपदा की इस भीषण परिस्थितियों से निपटने के लिए प्रदेश सरकार द्वारा अपने संसाधनों से धन मुहैया करवाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने भी केंद्र सरकार से प्रदेश सरकार को हर संभव सहयोग देने का आग्रह किया है।
उपायुक्त राघव शर्मा ने बताया कि भारी वर्षा के कारण प्रभावित हुए 231 परिवारों को अब तक 66.48 लाख रूपये की आर्थिक मदद प्रदान की जा चुकी है। उन्होंने बताया किआपदा से प्रभावित हुए कार्यों की पुनः मुरम्मत हेतू पीडब्ल्यूडी को 7.66 करोड़, जल शक्ति विभाग को 1.35 करोड़, रूरल रोड़/मार्गों के लिए 1.55 करोड़ रूपये की राशि सरकार द्वारा जारी किए गए हैं।
उनहोंने समस्त एसडीएम को निर्देश दिए कि भारी वर्षा के कारण 7 से 15 जुलाई तक जिन भी कच्चे व पक्के घरों को नुक्सान पहुंचा है उनके मामलें शीघ्र राहत शाखा में भेजें ताकि प्रभावित परिवारों को शीघ्र राहत प्रदान की जा सके। उपायुक्त ने कहा कि यदि भविष्य में ऐसी भीषण परिस्थितियां उत्पन्न होती है तो उससे निपटने के लिए राहत समितियों का गठित कर पूर्ण तैयारी कर ली गई हैं।