February 6, 2025

बेटियां हर क्षेत्र में मनवा रही अपनी प्रतिभा का लोहा : एडीसी

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झज्जर स्थित लघु सचिवालय सभागार में अंतरराष्ट्रीय युवा दिवस पर आयोजित एक दिवसीय वर्कशाप में एडीसी सलोनी शर्मा ने किशोरी छात्राओं को प्रदान की स्वच्छता किट
-महिला एवं बाल विकास विभाग के तत्वावधान में माहवारी,व्यक्तिगत स्वच्छता और पोषण आहार विषय पर एक दिवसीय वर्कशाप आयोजित
झज्जर,, एडीसी सलोनी शर्मा ने कहा कि आज बेटियां हर क्षेत्र में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाते हुए देश व विदेशों में अपने क्षेत्र का नाम रोशन कर रही हैं। हमें अपनी बेटियों को पूरा मान सम्मान देना चाहिए। सरकार द्वारा बेटियों की शिक्षा और स्वास्थ्य सुरक्षा के दृष्टिगत अनेक योजनाएं चलाई जा रही हैं,जिनका किशोरियों को पूरा लाभ उठाना चाहिए। एडीसी शनिवार को जिला सचिवालय सभागार में अंतरराष्ट्रीय युवा दिवस के उपलक्ष्य में महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा माहवारी स्वच्छता और पोषण आहार विषय पर आयोजित कार्यशाला में स्कूली छात्राओं को संबोधित कर रही थीं। कार्यशाला पहुंचने पर विभाग की डीपीओ उर्मिला सिवाच ने एडीसी का स्वागत करते हुए विभागीय योजनाओं की विस्तार से जानकारी दी। एडीसी सलोनी शर्मा ने प्रतिभागियों को स्वच्छता किट देकर सम्मानित किया और साथ ही स्वच्छता के प्रति जागरूक रहने का आह्वान किया।
एडीसी ने कहा कि समाज में नारी का अहम स्थान है और नारी में समाज को आगे बढ़ाने की शक्ति होती है। कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य किशोरियों को मासिक धर्म, व्यक्तिगत स्वच्छता एवं मासिक धर्म के दौरान पौष्टिक आहार के लिए जागरूक करना रहा। उन्होंने कहा कि इस तरह की कार्यशालाएं ब्लाक स्तर पर भी आयोजित की जाएं। एडीसी ने किशोरी छात्राओं से मासिक धर्म के दौरान आने वाली समस्याओं बारे बातचीत की। उन्होंने कहा कि इस वर्ष सरकार द्वारा अंतरराष्ट्रीय युवा दिवस के अवसर पर मासिक धर्म जैसे विषयों को चुना जाना अच्छी बात है। आमतौर पर खुलकर बातचीत नहीं की जाती। यह बहुत ही महत्वपूर्ण है। इस विषय पर जानकारी देना बेटियों को सशक्त करना है। उन्होंने छात्राओं को पढऩे व आगे बढऩे के लिए प्रेरित किया।
कार्यशाला में महिला चिकित्सकों ने छात्राओं को पोष्टिïक आहार के लिए किया प्रेरित
एक दिवसीय कार्यशाला में सामान्य अस्पताल झज्जर से डॉ प्रीति, डॉ टिवंकल व आहार विशेषज्ञ डॉ मेनका ने किशोरी छात्राओं को मासिक धर्म एव व्यक्तिगत स्वच्छता बारे विस्तार से बताया गया। उन्होने बताया कि मासिक धर्म एक प्राकृतिक प्रक्रिया है। किशोरियों को इससे घबराना, शर्माना एवं हिचकना नहीं चाहिए। इस दौरान आने वाली समस्या बारे अपने माता-पिता, शिक्षक व डाक्टर को खुलकर बताना चाहिए। डॉ ट्विंकल द्वारा मासिक धर्म के दौरान सामाजिक भ्रांतियों बारे जैसे न नहाना, न रसोई घर जाना व आचार और पौधों की बेल को हाथ न लगाना आदि के बारे में विस्तार से चर्चा की और इन भ्रांतियों को दूर किया। डॉ मेनका द्वारा मासिक धर्म के दौरान पौष्टिक आहार लेने बारे बताया। उन्होंने बताया कि इस समय हरी सब्जियों ,मौसमी फलों, गुड़ चने एवं अंकुरित दालों का प्रयोग करना चाहिए। कार्यशाला मे इंदिरा प्रियदर्शनी कॉलेज, नेहरू कॉलेज व कबलाना स्कूल की सैकड़ों किशोरी छात्राओं ने हिस्सा लिया। इस अवसर पर सीडीपीओ सरोज देवी, सबिता मलिक,प्रियंका रानी सहित सभी सुपरवाईजरों ने हिस्सा लिया।