बेटियां अब बोझ नहीं हैं मां-बाप पर: राजकपूर
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चरखी दादरी, सूचना एवं जनसंपर्क विभाग की ओर से हरियाणा सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं का गांव-गांव में प्रचार-प्रसार किया जा रहा है।
जिला सूचना एवं जनसंपर्क अधिकारी संदीप सिंह ने यह जानकारी देते हुए बताया कि उपायुक्त प्रीति के मार्गदर्शन में सरकार का प्रचार अभियान चलाया जा रहा है। आज गांव बिरही कलां में कलाकार राजकपूर, पवन कुमार, आनंद, शमशेर और सूरत सिंह ने अपने गीत-भजन आदि की प्रस्तुति से ग्रामवासियों का मनोरंजन किया। इसके साथ ही उन्होंने ग्रामीणों को बताया गर्भ में बेटी को मरवाना गंभीर कानूनी अपराध है। गर्भस्थ शिशु के लिंग की जांच नहीं करवानी चाहिए। माता-पिता अपने परिवार को दो संतानों तक ही सीमित रखे, फिर चाहे उसमें बेटा हो या बेटी। आज के दिन दोनों समान है। लड़कियां भी खूब पढ़-लिखकर आज मां-बाप का नाम रोशन कर रही हैं।
राजकपूर ने गांव बिरही कलां में बताया कि हरियाणा सरकार ने लड़कियों की रक्षा और उनके पालन-पोषण के लिए बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ योजना शुरू की हुई है। आजकल समाज कल्याण, डाकघर व महिला एवं बाल विकास विभाग की ओर से बेटी का जन्म होते ही उसके लिए बैंक और पोस्ट ऑफिस में धनराशि जमा करवाए जाने की स्कीम चलाई जा रही हैं। जिनका फायदा उठाकर बेटी होने के बोझ को कम किया जा सकता है।