गिलगित-बाल्टिस्तान में ग्लेशियर फटने से 300 से अधिक घरों को नुकसान
इस्लामाबाद, पाकिस्तान के कब्जे वाले गिलगित-बाल्टिस्तान के गिजर जिले में ग्लेशियर फटने से भूस्खलन और भीषण बाढ़ आने के कारण 300 से अधिक घर और दर्जनों दुकानें नष्ट हो गई। गिलगित-बाल्टिस्तान के गिजर जिले में हिमनद झील विस्फोट के कारण शुक्रवार सुबह हुई बाढ़ ने कई गांवों में भारी तबाही मचाई, कई इलाके जलमग्न हो गए, जिससे भारी आर्थिक नुकसान हुआ। हालांकि, अधिकारियों ने पुष्टि की कि किसी भी तरह के जान-माल के नुकसान की कोई खबर नहीं है।
शुक्रवार तड़के अचानक हुए भूस्खलन और उसके बाद आए ग्लोफ (जीएलओएफ) ने रौशन और तिल्दास गांवों को तबाह कर दिया। इसके परिणामस्वरूप बनी सात किलोमीटर से ज्यादा लंबी कृत्रिम झील ने कृषि भूमि को जलमग्न कर दिया और सड़क नेटवर्क के कई हिस्से बह गए।
स्थानीय लोगों ने बताया कि रौशन गांव का लगभग 80 प्रतिशत हिस्सा इस आपदा में बह गया।
प्रमुख पाकिस्तानी मीडिया आउटलेट जियो न्यूज के अनुसार, शनिवार को जिला प्रशासन द्वारा जारी एक रिपोर्ट में कहा गया है कि आपदा से बनी अस्थाई झील का जलस्तर कम होने लगा है, जिससे कुछ राहत मिली है और आगे और नुकसान की आशंका कम हुई है।
बाढ़ ने तिल्दास, मिदुरी, मुलाबाद, हॉक्स थांगी, रौशन और गोथ गांवों में कुल 330 घरों को प्रभावित किया, जबकि दर्जनों दुकानों को भी भारी नुकसान पहुंचा।
अतिरिक्त उपायुक्त (एडीसी) गुपिस यासीन ने कहा कि विस्थापित परिवारों के लिए टेंट, खाद्य आपूर्ति और अन्य आवश्यक राहत सामग्री की तत्काल आवश्यकता है।
