February 5, 2025

ग़ैर- कानूनी ढंग से लोगों को कम्बोडिया भेजने वाले दो ट्रैवल एजेंटों को पंजाब पुलिस के साईबर क्राइम डिविजऩ ने किया गिरफ़्तार

1 min read

विदेशों में बढिय़ा नौकरियों का झाँसा देने वाले ट्रैवल एजेंटों से रहें सावधान: एडीजीपी साईबर क्राइम डिवीजऩ
चंडीगढ़, मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के दिशा- निर्देशों अनुसार पंजाब को सुरक्षित राज्य बनाने के लिए चलाए जा रहे अभियान के अंतर्गत पंजाब पुलिस के साईबर क्राइम डिवीजऩ ने पंजाब से ग़ैर- कानूनी ढंग से लोगों को कम्बोडिया और अन्य दक्षिण पूर्वी एशियाई देशों में भेजने वाले दो ट्रैवल एजेंटों को मानवीय तस्करी करने के आरोप में गिरफ़्तार किया है।
यह जानकारी देते हुए डायरैक्टर जनरल आफ पुलिस ( डीजीपी) पंजाब गौरव यादव ने बुद्धवार को यहाँ बताया कि पकड़े गए व्यक्तियों की पहचान अमरजीत सिंह, जो कि मोहाली स्थित वीज़ा पेलेस इमीग्रेशन का मालिक है और उसके साथी गुरजोध सिंह के तौर पर हुई है।

जानकारी अनुसार काबू किए ट्रैवल एजेंट भोले-भाले लोगों को डाटा एंट्री की नौकरियों का लालच दे कर पंजाब से कम्बोडिया भेजते थे। कम्बोडिया में मियाम रीप पहुँचने ’ और, उनके पासपोर्ट छीन लिए जाते है और फिर उनको साईबर सकैमिंग काल सैंटरों में काम करने के लिए मजबूर किया जाता है जिससे साईबर फाईनांशियल फ्रॉड के लिए भारतीय लोगों को निशाना बनाया जा सके।

डीजीपी गौरव यादव ने बताया कि कम्बोडिया स्थित भारतीय दूतावास के संपर्क में आने वाले पीडित की जानकारी के बाद स्टेट साईबर क्राइम पुलिस स्टेशन ने एफआईआर दर्ज करके इस केस सम्बन्धित जांच शुरू कर दी है। इस सम्बन्धित आइपीसी की धारा 370, 406, 420 और 120- बीज और इमीग्रेशन एक्ट की धारा 24 के अंतर्गत स्टेट क्राइम पुलिस स्टेशन में केस दर्ज किया गया है।

उन्होंने कहा कि प्राथमिक जांच से पता लगा है कि मुलजिमों ने कई व्यक्तियों को धोखे के साथ कम्बोडिया और अन्य दक्षिण- पूर्वी एशियाई देशों में भेजा है, जहाँ उनसे भारतीयों के साथ साईबर सकैमिंग वाले केन्द्रों में ज़बरदस्ती काम करवाया जाता है। उन्होंने कहा कि साईबर ग़ुलामी में फंसे अन्य व्यक्तियों के विवरण प्राप्त किए जा रहे है और उन पीडितों और उनके परिवारों के साथ संपर्क कायम करने की कोशिश की जा रही है।

एडीजीपी साईबर क्राइम डिवीजऩ वी. नीरजा ने अन्य विवरण सांझा करते बताया कि स्टेट साईबर क्राइम की पुलिस टीम ने इंस्पेक्टर दीपक भाटिया के नेतृत्व में वीज़ा पेलेस इमीग्रेशन के दफ़्तर पर छापा मारा और दोनों मुलजिमों को गिरफ़्तार किया।