संविधान निर्माता बाबा साहेब को कांग्रेस ने किया अपमानित, प्रताड़ित: अनुराग ठाकुर

शिमला, केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण और युवा एवं खेल मामलों के मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने हमीरपुर संसदीय क्षेत्र में जनसंपर्क अभियान के दौरान कहा कि मोदी के नेतृत्व वाली भारतीय जनता पार्टी कि सरकार में वरीयता में रहे हमारे एससी भाई बहन आज खुल कल भाजपा के पक्ष में आ गए हैं क्योंकि कांग्रेस ने सदैव उन्हें छलने का काम किया है और मात्र वोट बैंक के रूप में देखा है। हमीरपुर समेत संपूर्ण हिमाचल में प्रतिदिन सैकड़ो एससी परिवारों का भारतीय जनता पार्टी में शामिल होना यह बताता है कि कांग्रेस की भय और भ्रम कि राजनीति बुरी तरह पिट चुकी है और लोग अब उनके झूठे वादों के झांसे में नहीं आने वाले। आज बिलासपुर में अनुराग ठाकुर के समक्ष अनुसूचित जाति के 140 परिवारों ने भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ग्रहण की।
अनुराग ठाकुर ने आज बिलासपुर सदर और श्री नैना देवी विधानसभाओं में जनसंपर्क अभियान के दौरान कहा कि “पिछले 10 वर्षों में मोदी सरकार कि जनकल्याणकारी योजनाओं का अधिकतम लाभ हमारे एससी एसटी भाइयों बहनों को मिला है। मोदी जी ने उनके जीवन में बेहद सार्थक बदलाव लाए हैं। कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में एससी समाज कल्याण के लिए प्रतिवर्ष मात्र ₹40 हजार करोड़ का बजट आवंटित किया जाता था। आज, भाजपा सरकार में एससी समुदाय के कल्याण का बजट ₹1 लाख 40 हजार करोड़ से अधिक है। प्रधान मंत्री मोदी के नेतृत्व में, सामाजिक न्याय मंत्रालय के बजट में अनुसूचित जातियों पर विशेष ध्यान देने के साथ 90% की पर्याप्त वृद्धि देखी गई है। कांग्रेस ने सदा अनुसूचित जाति का हक़ मारा और उन्हें हाशिए पर धकेलने का काम किया। आज एससी समाज का कांग्रेस से पूरी तरह मोहभंग हो चुका है और हर दिन मेरे कार्यक्रमों में सैकड़ों एससी परिवार भाजपा से जुड़ रहे हैं, पार्टी में शामिल हो रहे हैं।भाजपा ने सदा ही एससी समुदाय के हितों की रक्षा करते हुए उन्हें उचित सम्मान दिया है”अनुराग ठाकुर ने कहा कि आज कांग्रेस वाले अपनी स्पष्ट हार को देखते हुए संविधान का नाम लेकर झूठ और भ्रम फैला रहे हैं। लेकिन सच्चाई ये है की कांग्रेस ने हमेशा भारत रत्न बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर के योगदान को कम करके आंका है। कांग्रेस ने तो संविधान सभा के लिए बीआर अंबेडकर के चुनाव का भी विरोध किया था। इतिहास में दर्ज है कि कांग्रेस के दौर में संसद के अंदर बीआर अंबेडकर जी की तस्वीर लगाने के लिए भी जगह की कमी हो गई थी। जवाहर लाल नेहरू और इंदिरा गांधी ने खुद को भारत रत्न से सम्मानित किया, लेकिन बीआर अंबेडकर जी को उनके निधन के बाद भी भारत रत्न नहीं दिया।”