मुख्यमंत्री द्वारा कुख्यात गैंगस्टर अंसारी की आरामदायक ठहर पर खर्च किये 55 लाख रुपए कैप्टन और रंधावा से वसूलने का ऐलान
राज्य सरकार खर्च राशि करदाताओं के पैसे से अदा नहीं करेगी
राशि न देने पर कैप्टन और रंधावा की पेंशन और अन्य लाभ बंद किये जाएंगे
चंडीगढ़, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि राज्य की जेलों में ख़तरनाक अपराधी मुख़्तार अंसारी की आरामदायक ठहर पर खर्च किये गए 55 लाख रुपए राज्य सरकार अदा नहीं करेगी और यह पैसा पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह और पूर्व उप मुख्यमंत्री सुखजिन्दर सिंह रंधावा से वसूल किया जायेगा। यहाँ जारी एक बयान में मुख्यमंत्री ने कहा कि यह राज्य और इसके लोगों के विरुद्ध एक गंभीर अपराध है और इसमें शामिल लोगों को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि कैप्टन और रंधावा, दोनों ने बदनाम गैंगस्टर को पंजाब की जेलों में ऐशप्रसती के साथ रहने की छूट दी जिसके कारण वह बेहतर ढंग से जानते होंगे। भगवंत मान ने कहा कि राज्य सरकार करदाताओं का पैसा इस तरह बर्बाद क्यों होने दे जबकि उस समय सत्ता में रहने वालों ने अंसारी के साथ अपनी साझेदारी बनायी हुई थी। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह लोगों के पैसे की बेशर्मी से की गई लूट है जिसको बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि पिछली सरकारें ही इस संबंधी भली-भाँति जानती होंगी कि इस कुख्यात अपराधी को रोपड़ जेल में पूरी सुख-सहूलतों के साथ क्यों रखा गया था। भगवंत मान ने कहा कि राज्य सरकार ने आरामदायक ठहराव को यकीनी बनाने के अलावा यह यकीनी बनाया कि इस कुख्यात अपराधी को जेल के अंदर किसी किस्म की मुश्किल का सामना न करना पड़े और उसके विरुद्ध कानूनी कार्यवाही से बचाया जा सके। मुख्यमंत्री ने कहा कि हैरानी की बात है कि उस समय की सरकार ने रोपड़ जेल में बंद इस अपराधी के हित महफूज़ रखने के लिए टैक्स भरने वालों के 55 लाख रुपए ख़र्च किये थे। भगवंत मान ने कहा कि लोगों के पैसे की बेरहमी से की जाने वाली ऐसी लूट पूरी तरह ग़ैरवाज़िब है। उन्होंने कहा कि आम लोगों के पैसे की सरेआम लूट को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि कैप्टन और रंधावा को यह पैसा अपनी जेब से भरना पड़ेगा नहीं तो इस राशि की वसूली के लिए उनकी पेंशन और अन्य लाभ बंद कर दिए जाएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस घृणित अपराध में शामिल हर व्यक्ति को उनके गुनाह के लिए जवाबदेह बनाया जायेगा।
