हो जाएं सावधान: जहरीली है चाय की चुस्की, हो सकता है कैंसर
1 min readनई दिल्ली : अधिकतर भारतीयों की शुरूआत चाय के साथ होती है। लेकिन अब चाय की चुस्की को लेकर बड़ी खबर सामने आई है। दरअसल, अब आपकी प्यारी चाय भी फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड अथॉरिटी ऑफ इंडिया की जांच के दायरे में आ गई है। फूड सेफ्टी अफसरों ने प्रोसेसिंग यानी प्रसंस्करण के दौरान चाय की पत्तियों और डस्ट यानी चूर्ण में बड़ी मात्रा में कीटनाशकों और रंगों का इस्तेमाल पाया है। जिससे कैंसर का खतरा बताया गया है।
दरअसल, पता चला है कि खाने-पीने की चीजें बनाने और बेचने वाले लोग रोडामाइन-बी और कार्मोइसिन जैसे फूड कलर्स का इस्तेमाल करते हैं। ये कलर्स काफी जहरीले-विषैले माने जाते हैं। एफएसएसएआई के सूत्रों का कहना है कि चाय के केस में ये कीटनाशक और उर्वरक हैं। ये चीजें कैंसर का कारण बन सकती हैं। कर्नाटक का स्वास्थ्य मंत्रालय जल्द ही उन चाय बागानों पर कार्रवाई करने वाला है, जो चाय उगाते समय अधिक मात्रा में कीटनाशकों का इस्तेमाल करते हैं। इससे लोगों की सेहत पर बुरा असर पड़ता है।
48 सैंपल किए जमा
कर्नाटक हेल्थ मिनिस्ट्री ने उत्तर कर्नाटक के अलग-अलग जिलों से 48 सैंपल्स जमा किए हैं, जहां चाय का कंजप्शन बहुत अधिक है। बागलकोट, बीदर, गादग, धारवाड़, हुबली, विजयनगर, कोप्पल और बल्लारी जैसे जिलों में फूड इंस्पेक्टर्स ने पाया है कि चाय में बड़ी मात्रा में कीटनाशकों का इस्तेमाल किया जा रहा है। यह सेहत के लिए बहुत खतरनाक हो सकता है।
जहरीली चाय
फूड रेगुलेटरी अथॉरिटीज यानी खाद्य नियामक अधिकारियों ने पाया है कि किसान और बाद में चाय उत्पादक प्रोसेसिंग यानी प्रसंस्करण के दौरान कीटनाशकों की जरूरी मात्रा से अधिक मात्रा मिलाते हैं। ये बाद में कैंसर का कारण बन जाते हैं और जिंदगी को प्रभावित करते हैं। एक सीनियर अधिकारी ने बताया कि उन्हें चाय प्रोड्यूसर्स बड़ी मात्रा में कीटनाशकों का इस्तेमाल करते हुए मिले हैं। लैब में 35 से 40 से अधिक कंपाउंड या रसायनों का विश्लेषण किया जाएगा। अधिकारी ने बताया कि कीटनाशकों की मात्रा निर्धारित सीमा से अधिक पाई गई। इसीलिए यह अभियान चलाया जा रहा है।