November 21, 2024

चंडीगढ़ में वायु गुणवत्ता बेहद खराब

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चंडीगढ़ , चंडीगढ़ में वायु गुणवत्ता बेहद खराब श्रेणी में, AQI 355 रिकॉर्ड किया गयाचंडीगढ़ और आसपास के क्षेत्रों में बुधवार सुबह घनी धुंध छाई रही, जिससे क्षेत्र में दृश्यता में भारी कमी दर्ज की गई। हरा-भरा होने के बावजूद शहर का बुधवार को वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 355 रिकॉर्ड किया गया, जो कि ‘बेहद खराब’ श्रेणी में आता है।

इसके अलावा हरियाणा और पंजाब में बुधवार को प्रदूषण का स्तर काफी अधिक रहा और भिवानी में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 358 दर्ज किया गया जो ‘बेहद खराब’ की श्रेणी में आता है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के ‘समीर ऐप’ के अनुसार, पंजाब और हरियाणा की संयुक्त राजधानी चंडीगढ़ में एक्यूआई 355 दर्ज किया गया।

हरियाणा के पानीपत में एक्यूआई 336, सोनीपत और चरखी दादरी दोनों स्थानों में 322, जींद में 313, रोहतक में 275, गुरुग्राम में 273, पंचकूला में 266, बहादुरगढ़ में 258, कुरुक्षेत्र में 248 तथा यमुनानगर में 242 दर्ज किया गया। पंजाब के मंडी गोबिंदगढ़ में एक्यूआई 308, अमृतसर में 270, पटियाला में 258, जालंधर में 229, लुधियाना में 209 और रूपनगर में 191 रहा।

वहीं, सुबह के समय दृश्यता का प्रभाव हवाई यात्रा पर भी पड़ा, और शहीद भगत सिंह अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर कम दृश्यता के कारण सभी सुबह की उड़ानें आधे घंटे की देरी से चल रही हैं। पुणे-चंडीगढ़ फ्लाइट भी 30 मिनट पीछे चल रही है, हालांकि अब तक किसी भी फ्लाइट को रद्द नहीं किया गया है।

अमृतसर हवाई अड्डे पर उतरने वाली बैंकॉक फ्लाइट को दिल्ली की ओर मोड़ दिया गया। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा जारी मानकों के अनुसार, AQI को 0-50 के बीच ‘अच्छा’, 51-100 के बीच ‘संतोषजनक’, 101-200 के बीच ‘मध्यम’, 201-300 के बीच ‘खराब’, 301-400 के बीच ‘बहुत खराब’, और 401-450 के बीच ‘गंभीर’ श्रेणी में रखा गया है। AQI के 450 से अधिक होने पर इसे ‘अत्यंत गंभीर प्लस’ श्रेणी माना जाता है।

वायु गुणवत्ता सुधारने के लिए प्रशासन ने डीजल जनरेटर (डीजी) सेट के उपयोग पर प्रतिबंध लगा दिया है। आपातकालीन सेवाओं को छोड़कर अन्य किसी भी कार्य के लिए डीजी सेट का प्रयोग अब अनुमति के बिना नहीं किया जा सकेगा। इसके लिए चंडीगढ़ प्रदूषण नियंत्रण समिति द्वारा अनुमति लेनी होगी। साथ ही, शहर में वायु गुणवत्ता प्रबंधन के लिए ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान लागू कर दिया गया है।समाचार एजेंसी भाषा के मुताबिक राष्ट्रीय राजधानी में बुधवार सुबह कम दृश्यता के कारण दिल्ली हवाईअड्डे पर कुछ उड़ानों के मार्गों में बदलाव किया गया। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा कि दिल्ली में सुबह 5.30 बजे के आसपास बहुत घना कोहरा छाना शुरू हो गया। शहर में कम दृश्यता की स्थिति थी। अधिकारी के अनुसार कम दृश्यता के कारण कुछ उड़ानों के मार्गों में परिवर्तन किया गया है। इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय विमानपत्तन (आईजीआई) देश के सबसे व्यस्त हवाईअड्डों में से एक है।