सड़क सुरक्षा पर प्रशासन का फोकस, सड़क सुरक्षा मीटिंग में डीसी ने अधिकारियों को दिए निर्देश
1 min read
हिट एंड रन मामलों में मिलेगा मुआवजा, सड़क हादसों के घायलों को कैशलेस इलाज का प्रावधानः डीसी
सड़क सुरक्षा से जुड़े एजेंडों पर डीसी ने की विस्तार से चर्चा, सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए समन्वय से करें काम विभाग
जिले में सड़क दुर्घटनाओं को रोकने और यातायात व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए प्रशासन ने प्रभावी कदम उठाने शुरू कर दिए हैं, जिसके सकारात्मक परिणाम सामने आ रहे हैं। डीसी प्रदीप दहिया ने सड़क सुरक्षा की मासिक बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि सड़क सुरक्षा जिला प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में शामिल है। उन्होंने स्पष्ट किया कि सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए सभी संबंधित विभागों को आपसी समन्वय के साथ बेहतर कार्य करें।
डीसी ने सड़क सुरक्षा से जुड़े एजेंडों पर विस्तार से पूरी गंभीरता के साथ समीक्षा की और संबंधित विभागों के अधिकारियों को दिशा-निर्देश जारी किए। एनएचएआई, केएमपी, लोक निर्माण (भवन एवं मार्ग) विभाग की सड़कों पर यातायात सुरक्षा मानकों को सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। मीटिंग के दौरान ट्रैफिक नियम की उल्लंघना के आंकड़ों पर विस्तार से चर्चा की गई। डीसी ने कहा कि ट्रैफिक नियम तोड़ने वाले वाहन चालकों के अधिक से अधिक चालान किए जाएं व साथ ही उन्हें जागरूक किया जाए।
डीसी ने कहा कि सड़क हादसे में घायल को 1.5 लाख रुपये तक कैशलेस इलाज की सरकारी योजना है। सीएमओ ब्रह्मदीप सिंह ने बताया कि आयुष्मान भारत योजना में शामिल अस्पतालों में इस योजना के तहत इलाज का प्रावधान है। डीसी ने निर्देश दिए कि इस बारे में ज्यादा से ज्यादा लोगों को जागरूक किया जाए व अस्पतालों को घायलों का उपचार करने में किसी प्रकार की कोताही ना करने के निर्देश दिए।
बॉक्सः
हिट एंड रन के मामलों में मुआवजे का प्रावधान
मीटिंग के दौरान हिट एंड रन के मामलों में मुआवजा देने की सरकारी योजना की समीक्षा की गई। ऐसे 49 मामलों की पुलिस द्वारा संबंधित एसडीएम के समक्ष भेजे गए जिनमें नियमानुसार आर्थिक सहायता देने की प्रक्रिया जारी है। 5 मामलों में क्लेम की मंजूरी हो चुकी है। डीसी ने कहा कि इस अहम योजना के बारे में आमजन में जागरूकता बढ़ाई जाए। इस योजना के तहत हिट एंड रन में मृत्यु के मामले में 2 लाख रुपये और गंभीर चोट के मामले में 50 हजार रुपये का मुआवजा दिया जाता है।
बॉक्सः
एंबुलेंस की चेकिंग करने के निर्देश
मीटिंग के दौरान डीसी ने सभी एंबुलेंस के चेकिंग करने के निर्देश दिए। उन्होंने यह सुनिश्चित करने के निर्देश सभी एंबुलेंस में जरूरी उपकरण व सुविधाओं हों। उन्होंने कहा कि सड़क दुर्घटना के समय एंबुलेंस के जरिये ही घायलों को अस्पताल लाया जाता है, अगर एंबुलेंस में सभी अनिवार्य सुविधाएं व उपकरण होंगे तो घायलों को प्राथमिक उपचार समय पर मिलेगा।
बॉक्सः
स्कूल वाहनों की चेकिंग जारी
मीटिंग में आरटीए एवं एसडीएम रविंद्र यादव ने जानकारी देते हुए बताया कि सुरक्षित स्कूल वाहन पॉलिसी के तहत जिले के सभी स्कूलों में स्कूल बसों की चेकिंग की जा रही है। ज्यादातर स्कूल वाहनों की चेकिंग पूरी हो चुकी है व जल्द ये शत प्रतिशत स्कूल वाहनों की चेकिंग का कार्य पूरा कर लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि सुरक्षित स्कूल वाहन पॉलिसी को जिले में सख्ती से लागू किया जा रहा है व नियमों की उल्लंघना करने वाले स्कूल वाहनों पर कार्रवाई की जा रही है।
बॉक्सः
नियम तोड़ने वाले वाहन चालकों के चालान करें
डीसी ने कहा कि ट्रैफिक नियम तोड़ने वाले वाहन चालकों के चालान किए जाएं। ट्रैफिक पुलिस द्वारा बीते माह हुए चालान की विस्तृत रिपोर्ट पेश की गई। बीते माह बगैर हेलमेट के 67, गलत लेन में गाड़ी चलाने पर 68, ट्रिपल राइडिंग के 38, गलत साइड वाहन चलाने के 277, नौ पार्किंग के 236 चालान काटे गए। विभिन्न कैटेगरी में उल्लंघना के 1548 चालान ट्रैफिक पुलिस द्वारा काटे गए। डीसी ने कहा कि वाहन चालकों को ट्रैफिक नियमों की पालना को लेकर जागरूक भी किया जाए।
बॉक्सः
मीटिंग में ये रहे मौजूद
सड़क सुरक्षा की मासिक मीटिंग में एडीसी सलोनी शर्मा, डीसीपी लोगेश कुमार पी, डीसीपी बहादुरगढ़ मयंक मिश्रा, एसडीएम बादली सतीश यादव, एसडीएम झज्जर रविंद्र यादव, सीटीएम रविंद्र मलिक सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।