डेरा बाबा रुद्रानन्द में आज करीब 10 हजार श्रद्धालुओं ने महाराज श्री सुग्रीवानन्द जी का आशीर्वाद लिया
ऊना/ सुखविंदर/ डेरा बाबा रुद्रानन्द आश्रम अच्युतानंद अमलेहड़ में आज गुरुपूर्णिमा से पूर्व रखे गए धार्मिक कार्यक्रम में करीब 10 हज़ार श्रद्धालुओं ने शीश निभाया। अखंड धुने और महाराज के दर्शनों के लिये श्रद्धालुओं की लंबी कतारे लगी हुईं थी। पूरा डेरा परिसर राधे राधे शाम मिलादे की धुनों से गूंज रहा था। स्थानीय श्रद्धालुओं के अलावा पंजाब, दिल्ली, चण्डीगढ़ से भी काफी श्रद्धालु डेरा पहुंचे हुए थे। माथा टेकने के लिये काफी समय लंबी कतारों में श्रद्धालु लगे रहे। डेरा में शीतल जल,नाश्ता, दोपहर भंडारे की श्रद्धालुओं के लिये पूरी व्यवस्था थी। सेवादारों द्वारा बजुर्ग श्रद्धालुओं के लिये उचित दर्शन व्यवस्था की गई थी। इस अवसर पर भूतपूर्व सैनिक सेवादारों ने भी अपनी अनुकरणीय सेवाएं दी। इस अवसर पर डेरा के शास्त्री सतपाल जी,सेवादार ओमराज जसवाल, महेंद्र जसवाल, संजय शर्मा, राजेंद्र शर्मा, एडवोकेट अशवनी अरोड़ा,सुरजीत जसवाल और सैकड़ों की संख्या में सेवक उपस्थित थे जो पिछले कल से ही डेरा में अपनी सेवाएं दे रहे है। इस मौके पर सुरेन्द्र शास्त्री ने प्रवचन करते हुए कहा कि हमें अपने बच्चों को अच्छे संस्कार देने चाहिए। उन्होंने कहा कि बच्चों को बिगाड़ने का सबसे बड़ा कारण मोबाइल है। उन्होंने कहा कि अपने बच्चों को कथा में, संतसंग में अपने साथ लेकर आना चाहिए ताकि बच्चे अपनी संस्कृति को न भूलें। उन्होंने कहा कि अपने घर की रसोई घर जिसे अन्नपूर्णा का दर्जा दिया गया है उसे हमेशा साफ सुथरा रखें। उन्होंने कहा कि जैसा खाओ अन्न वैसा होगा मन, जैसे पियोगे पानी, वैसी होगी वाणी।इस दौरान श्रद्धालुओं ने डेरे की मन्नी का प्रसाद ग्रहण किया।
