नैतिकता के बिना एक व्यक्ति इस दुनिया में किसी पशु के समान है-निशा सन्दल
दौलतपुर चौक: (संजीव डोगरा) राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला मरवाड़ी में चल रहे एनएसएस के विशेष शिविर के तीसरे दिन सोमवार को रिसोर्स पर्सन के रूप में स्कूल की प्रधानाचार्य निशा संदल ने शिरकत की, जबकि कार्यक्रम की अध्यक्षता एनएसएस के कार्यक्रम अधिकारी संजय कुमार और कंचन कुमारी ने की। कार्यक्रम शुरुआत मां सरस्वती के चरणों मे नमन से हुई, ततपश्चात स्वयंसेवियों द्वारा एनएसएस गीत प्रस्तुत किया गया। मुख्य अतिथि निशा संदल ने बताया कि जीवन मे अच्छे संस्कार ग्रहण करने से व्यक्तित्व विकास होता है। उन्होंने बताया कि नैतिक मूल्य मानव को परिपूर्णता प्रदान कर उसे ईश्वरीय रचनाओं में श्रेष्ठ बनाते हैं, परंतु आधुनिकता के नाम पर इन मूल्यों का निरंतर अवमूल्यन होता जा रहा है। परिणामस्वरूप नैतिकता घुट-घुटकर ही सांस ले पा रही है। यह स्थिति तब है जब नैतिकता को मानव समाज के अभिन्न अंग के रूप में मान्यता मिली है। उन्होंने बताया कि नैतिक मूल्यों के अभाव में मनुष्य मानव जीवन को निर्थक बना देता है। उन्होंने बताया कि प्रख्यात विचारक अल्बेयर कामू ने भी कहा है कि नैतिकता के बिना एक व्यक्ति इस दुनिया में किसी पशु के समान है। इस मौके पर स्कूल की उप प्रधानाचार्य गुलशन, सूर्य किरण अर्चना वर्मा ,सतनाम, अनूप कुमार, गौरव संधू, राजकुमार, वीरेंद्र कुमार, रणेश कंवर इत्यादि उपस्थित रहे।
