December 23, 2025

जनजातीय जिला किन्नौर की समृद्ध संस्कृति के संरक्षण हेतु आवश्यक है मेले एवम त्यौहार :जगत सिंह नेगी

मेले एवम त्यौहार हमारी समृद्ध संस्कृति के परिचायक: जगत सिंह नेगी
राजस्व, बागवानी एवम जनजातीय विकास मंत्री जगत सिंह नेगी ने पांच दिवसीय राज्य स्तरीय गुरु संज्ञास मेले के समापन समारोह में बतौर मुख्यातिथि शिरकित की। इस अवसर पर राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी ने कहा की मेले एवम त्यौहार हमारी समृद्ध संस्कृति के परिचायक है। उन्होंने कहा कि मेले किसी भी प्रदेश या क्षेत्र में बसने वाले लोगों की धर्म, आस्था, रीति रिवाज़ और ऐतिहासिक दृष्टि से बहुत महत्व रखते हैं। इसी के मद्देनजर किन्नौर जिला की समृद्ध संस्कृति व रीती रिवाज के संरक्षण के लिए इस प्रकार के मेले व त्यौहार का महत्व तो कई अधिक गुना बढ़ जाता है। उन्होंने उपास्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि पहाड़ी क्षेत्रों में कठिन भौगोलिक परिस्थितियों के कारण अधिकांश लोगों की जीवनशैली थकान और परिश्रम से भरी होती है। ऐसे में मेले व त्यौहारों की महत्ता अधिक होती है क्योंकि इनके माध्यम से लोग मनोरंजन के साथ-साथ आपसी मेल-जोल को भी बरकरार रखते हैं। उन्होंने कहा कि वर्तमान हिमाचल सरकार पूरे प्रदेश में मेल-मिलाप व आपसी भाईचारे को बढ़ावा देने के लिए निरंतर प्रयत्नशील है। इसी के दृष्टिगत सरकार द्वारा प्रदेश के मुख्य मेलों व त्यौहारों के आयोजन के साथ साथ जिला स्तरीय व क्षेत्र स्तरीय मेलों के आयोजन को भी बढ़ावा दिया जा रहा है। इस अवसर पर उन्होंने गुरु पदम संभव को समर्पित राज्य स्तरीय गुरु संग्यास मेले के सफल आयोजन के लिए जिला प्रशासन और स्थानीय लोगों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि प्राचीन बौद्ध विहारों एवम देवालयों की पावन धरती है किन्नौर, जो अपनी समृद्ध संस्कृति के लिए जानी जाती है। इस दौरान स्थानीय देवता श्री पाथोरो जी को नमन किया गया और गा रिनपोचे जी के संबोधन के साथ कार्यक्रम का आगाज़ किया गया।
अतिरिक्त मंडलाधिकारी पूह विनय मोदी ने गा रिनपोचे जी को टोपी भेंट कर सम्मानित किया व साथ ही राजस्व, बागवानी एवम जनजातीय विकास मंत्री जगत सिंह नेगी को भी सम्मानित किया।
प्रधान राजेंद्र सिंह नेगी ने मुख्यातिथि तथा अन्य अतिथिगणों का स्वागत किया और उप प्रधान रंजीत नेगी ने धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया।
इस अवसर पर विभिन्न प्रतियोगिताओं का भी आयोजन किया गया तथा विजेता रहे विजेताओं को मुख्य अतिथि द्वारा नकद राशि वा स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया।
आयोजित लोक नृत्य प्रतियोगिता में महिला मंडल मूरंग ने प्रथम स्थान, महिला मंडल होल्डांग रिब्बा ने दूसरा तथा महिला मंडल शलखर ने तृतीय स्थान प्राप्त किया जिन्हे क्रमश: 11 हजार, 7500 व 5 हजार रुपए की राशि प्रदान की गई। आयोजित रस्सा कस्सी प्रतियोगिता में महिला मंडल शलखर प्रथम, महिला मंडल रिबा द्वितीय तथा महिला मंडल अकपा तीसरे स्थान पर रहा जिन्हे क्रमश: 5000, 3000 व 2000 रुपए की राशि प्रदान की गई।
एकल किन्नौर गीत के वरिष्ठ वर्ग में रारंग के प्रताप भगती प्रथम, शलखर के छेरिड़ छोड़ान द्वितीय तथा रीबा के हीर मणि तृतीय स्थान पर रहे जिन्हे क्रमश: 3000, 2000 व 1000 रुपए की राशि प्रदान की गई। इसी प्रकार एकल किन्नौर गीत के जूनियर वर्ग में बाल निकेतन स्कूल के अभिषेक प्रथम, सरस्वती विद्या मंदिर रिबा की संगीता नेगी द्वितीय तथा राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला रारंग-2 की अध्विका तीसरे स्थान पर रहे जिन्हे क्रमश: 3000, 2000 व 1000 रुपए की राशि प्रदान की गई।
इस अवसर पर फैंसी ड्रेस प्रतियोगिता भी आयोजित कि गई जिसमे राजकीय प्राथमिक पाठशाला जंगी की अश्वि पुजारस प्रथम, सरस्वती विद्या मंदिर रिबा की सानवी नेगी द्वितीय तथा राजकीय प्राथमिक पाठशाला स्वादेन रारंग के रिहांश गौतम तीसरे स्थान पर रहे। इन्हे भी क्रमश: 3000, 2000 व 1000 रुपए की राशि प्रदान की गई।
मेले का मुख्य आकर्षण वॉलीबॉल प्रतियोगिता रही जिसमे थ्री स्टार ए टीम प्रथम तथा वॉलीबॉल ब्रदर्स टीम द्वितीय स्थान पर रहा जिन्हे क्रमश: 15000 व 7000 की राशि प्रदान की गई
इसके अतिरिक्त जिला के छम नृत्य दल को जिला की प्राचीन संस्कृति को प्रस्तुत करने के लिए10 हजार रुपए की राशि प्रोत्साहन रूप में प्रदान की गई।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *