संसद के दोनों सदनों में एसआईआर मुद्दे पर हंगामा, कार्यवाही बाधित
नई दिल्ली, विपक्षी दलों के सदस्यों ने बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के मुद्दे पर बुधवार को लोकसभा और राज्यसभा में हंगामा किया। इसके कारण सदन को बार-बार स्थगित करना पड़ा।
इससे पहले विपक्षी सदस्यों ने लोकसभा में प्रश्नकाल के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सदन में मौजूद होने की मांग करते हुए हंगामा किया और कार्यवाही आरंभ होने के तीन मिनट के भीतर ही दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। कांग्रेस और उसके सहयोगी दल मानसून सत्र में पिछले कई दिन से एसआईआर के मुद्दे पर चर्चा की मांग करते हुए हंगामा कर रहे हैं, जिससे सदन में गतिरोध बना हुआ है। सदन की कार्यवाही आरंभ होने पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने जापान के हिरोशिमा और नागासाकी में परमाणु बम गिराए जाने के 80 साल पूरा होने का उल्लेख किया तथा विनाशकारी हथियारों से मुक्त विश्व को लेकर भारत की प्रतिबद्धता दोहराई। इसके बाद बिरला ने जैसे ही प्रश्नकाल शुरू कराया, विपक्षी दलों के सदस्य अपने स्थान पर खड़े हो गए और सवाल करने लगे कि प्रधानमंत्री कहां हैं व प्रधानमंत्री सदन में आओ के नारे लगाए।
उल्लेखनीय है कि सत्र के दौरान बुधवार को लोकसभा में प्रधानमंत्री से संबंधित विभागों के प्रश्न सूचीबद्ध होते हैं। बिरला ने सदस्यों से शांत रहने और प्रश्नकाल चलने देने की अपील की लेकिन हंगामा नहीं थमने पर उन्होंने सदन की कार्यवाही 11 बजकर तीन मिनट पर दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।
बैठक 12 बजे पुन: शुरू हुई तो पीठासीन सभापति दिलीप सैकिया ने आवश्यक कागजात प्रस्तुत कराए। इसी दौरान विपक्ष के सदस्य एसआईआर के मुद्दे पर नारेबाजी करने लगे। शोर-शराबे के बीच ही वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने वर्ष 2025-26 के लिए मणिपुर राज्य की अनुमानित प्राप्तियों और व्यय का विवरण प्रस्तुत किया। विपक्षी दलों ने बिहार में जारी मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण को बुधवार को वोटों की डकैती करार दिया और कहा कि इस विषय पर संसद के दोनों सदनों में चर्चा कराना देशहित के लिए जरूरी है।
