भारत-ब्रिटेन के बीच मुक्त व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर
ये समझौता मात्र आर्थिक साझेदारी नहीं बल्कि साझा समृद्धि की योजना है: मोदी
लंदन, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को चेकर्स एस्टेट में अपने यूनाइटेड किंगडम (यूके) समकक्ष कीर स्टारमर से मुलाकात की। चेकर्स एस्टेट ब्रिटिश प्रधानमंत्री का आधिकारिक निवास है और लंदन से 50 किलोमीटर उत्तर-पश्चिम में स्थित है। प्रधानमंत्री मोदी बुधवार को अपनी दो दिवसीय यूके यात्रा के लिए लंदन पहुँचे थे। यह प्रधानमंत्री की यूके की चौथी यात्रा है। लंदन पहुँचने पर प्रधानमंत्री मोदी ने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा कि यह यात्रा हमारे देशों के बीच आर्थिक साझेदारी को आगे बढ़ाने में काफ़ी मददगार साबित होगी। उन्होंने लिखा कि हमारा ध्यान हमारे लोगों की समृद्धि, विकास और रोज़गार सृजन को बढ़ावा देने पर होगा। वैश्विक प्रगति के लिए भारत-यूके की मज़बूत दोस्ती ज़रूरी है।
प्रधानमंत्री मोदी की कीर स्टारमर के साथ बैठक के दौरान, भारत और ब्रिटेन ने तीन साल की बातचीत के बाद ऐतिहासिक मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) पर हस्ताक्षर किए। दोनों देशों ने इस साल मई में एफटीए पर हस्ताक्षर किए थे और इससे टैरिफ से 99 प्रतिशत भारतीय निर्यात को लाभ होने की उम्मीद है। इसके अलावा, इससे ब्रिटिश कंपनियों के लिए भारत को कार, व्हिस्की और अन्य उत्पादों का निर्यात करना भी आसान हो जाएगा। इस मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज हमारे संबंधों में एक ऐतिहासिक दिवस है। मुझे खुशी है कि कई वर्षों की मेहनत के बाद, आज दोनों देशों ने व्यापक आर्थिक और व्यापार समझौता संपन्न हुआ है। ये समझौता मात्र आर्थिक साझेदारी नहीं है बल्कि साझा समृद्धि की योजना है। ये समझौता भारत के युवाओं, किसानों, मछुआरों और एमएसएमई क्षेत्र के लिए विशेष रूप से लाभकारी सिद्ध होगा। ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीर स्टारमर ने पहले एफटीए की सराहना करते हुए इसे एक ऐतिहासिक समझौता बताया था। उन्होंने दिन में पहले ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, भारत के साथ एक ऐतिहासिक समझौते का मतलब है ब्रिटेन में रोज़गार, निवेश और विकास। यह हज़ारों ब्रिटिश रोज़गार पैदा करता है, व्यवसायों के लिए नए अवसर खोलता है और कामकाजी लोगों की जेब में पैसा डालता है। यही हमारी परिवर्तनकारी योजना है। भारत और ब्रिटेन के बीच फ्री ट्रेड एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर के बाद ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर ने कहा कि यह समझौता दोनों देशों के लिए बड़ा लाभ लेकर आएगा। उन्होंने कहा कि ये डील मजदूरों की तनख्वाह बढ़ाएगी, जीवन स्तर सुधारेगी और कामकाजी लोगों की जेब में ज़्यादा पैसा डालेगी। भारत-ब्रिटेन में डील होने के बाद चमड़ा, जूते, ऑटोपार्ट, सीफूड, खिलौने और कपड़ों का रियायती दरों पर निर्यात संभव होगा, जिससे ये चीजें ब्रिटेन के लोगों को सस्ती मिलेगी। इसके साथ ही ब्रिटेन से आने वाले सामानों पर भी आयात सस्ता होगा, जिससे भारतीयों को सस्ते में सामान मिलेगा। इस समझौते से स्कॉच व्हिस्की, जिन, लग्जरी कारें, कॉस्मेटिक और चिकित्सा उपकरण जैसे आयातित सामान भारतीय उपभोक्ताओं के लिए और अधिक किफायती हो जाएंगे।
