December 24, 2025

एएआईबी एयर इंडिया प्लेन क्रैश हादसे में तोड़फोड़ के एंगल से भी कर रही जांच : केंद्रीय मंत्री

नई दिल्ली, नागर विमानन राज्य मंत्री मुरलीधर मोहोल ने कहा है कि विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (एएआईबी) एयर इंडिया एआई 171 दुर्घटना में तोड़फोड़ सहित सभी एंगल्स की जांच कर रहा है और इस पर तीन महीने में रिपोर्ट आने की उम्मीद है।
‘इमर्जिंग बिजनेस कॉन्क्लेव’ के पुणे चैप्टर में एनडीटीवी से बात करते हुए, मोहोल ने कहा कि एएआईबी द्वारा सभी एंगल्स से जांच की जा रही है, जिसमें किसी भी संभावित तोड़फोड़ की संभावना भी शामिल है। सीसीटीवी फुटेज की समीक्षा की जा रही है और कई एजेंसियां इसमें शामिल हैं।”

केंद्रीय मंत्री ने दुर्घटना को “दुर्लभ मामला” बताया, जिसमें 270 से अधिक लोग मारे गए।

उन्होंने अनुभवी पायलटों और विशेषज्ञों के दावों का जिक्र करते हुए कहा, “ऐसा कभी नहीं हुआ है कि दोनों इंजन एक साथ बंद हो गए हों।”

केंद्रीय मंत्री ने आगे कहा कि दोनों इंजन का खराब होना दुर्घटना का कारण हो सकता है।

मोहोल के अनुसार, फ्लाइट एआई 171 का ब्लैक बॉक्स बरामद कर लिया गया है और यह एएआईबी की हिरासत में है और जांच पूरी तरह से देश के भीतर ही की जाएगी।

उन्होंने कहा, “इन उपकरणों को गहन मूल्यांकन के लिए देश के बाहर नहीं भेजा जाएगा।”

पिछले सप्ताह, केंद्र सरकार ने कहा था कि अहमदाबाद में एयर इंडिया के बोइंग ड्रीमलाइनर 787 एयरक्राफ्ट की क्रैश साइट से मिले कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर (सीवीआर) और फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर (एफडीआर) के डेटा का एनालिसिस किया जा रहा है।

नागर विमानन मंत्रालय की ओर से जारी किए गए बयान में कहा गया कि ब्लैक बॉक्स से संबंधित अब तक की सभी कार्रवाइयां घरेलू कानूनों और अंतरराष्ट्रीय दायित्वों के पूर्ण अनुपालन में समयबद्ध तरीके से की गई हैं।

एयर इंडिया की फ्लाइट एआई-171 की दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना के बाद, एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो (एएआईबी) ने तुरंत जांच शुरू की और निर्धारित मानदंडों के अनुसार 13 जून 2025 को एक बहु-विषयक टीम का गठन किया गया है।

अंतरराष्ट्रीय प्रोटोकॉल के अनुसार गठित इस टीम का नेतृत्व एएआईबी के महानिदेशक करते हैं और इसमें एक विमानन देखभाल विशेषज्ञ, एक एटीसी अधिकारी और नेशनल ट्रांसपोर्टेशन सेफ्टी बोर्ड (एनटीएसबी) के प्रतिनिधि शामिल हैं, जो अमेरिका की मैन्युफैक्चरिंग और डिजाइन की सरकारी जांच एजेंसी है और इस जांच के लिए आवश्यक है।

सीवीआर और एफडीआर दोनों बरामद कर लिए गए। इनमें से पहला 13 जून, 2025 को दुर्घटना स्थल पर इमारत की छत से और दूसरा 16 जून, 2025 को मलबे से मिला था।

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