जल अधिकार पर उमर अब्दुल्ला का दावा हैरान करने वाला: चीमा
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चंडीगढ़, शिरोमणि अकाली दल ने शुक्रवार को जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के उस बयान पर हैरानी व्यक्त की जिसमें उन्होंने दावा किया कि सिंधु जल प्रणाली पर उनके राज्य का जल पर पूरा अधिकार है। उन्होंने तत्कालीन इंदिरा गांधी सरकार के जल वितरण के फैसले के लिए केंद्र सरकार से पंजाब के साथ किये गये ऐतिहासिक अन्याय को दूर करने का आग्रह किया है।
पूर्व मंत्री और वरिष्ठ अकाली नेता डाॅ दलजीत सिंह चीमा ने शुक्रवार को कहा कि यह ऐतिहासिक तथ्य है कि तत्कालीन इंदिरा गांधी सरकार ने नदी के पानी का एक बड़ा हिस्सा गैर-तटीय राज्य राजस्थान को देकर पंजाब के साथ बहुत बड़ा अन्याय किया था। उन्होंने कहा कि हर बार सबसे ज्यादा नुकसान पंजाब को ही उठाना पड़ता है, क्योंकि इससे इसकी नदियों का पानी छीन लिया जाता है।
डाॅ चीमा ने कहा कि उमर अब्दुल्ला जो मांग कर रहे हैं, वह पंजाब के साथ अन्याय करने की एक और कोशिश है। उन्होंने कहा कि देश के अन्न भंडार को भरने के लिए पंजाब ने अपनी धरती का पानी खो दिया, जो अब खतरनाक स्तर तक पहुंच गया है। उन्होंने कहा कि नदियों में पानी की मात्रा काफी कम हो गई है। उन्होंने कहा कि पंजाब के किसानों ने देश के अनाज की जरूरतों को पूरा करने के लिए भारी कर्जा लिया हुआ है।
सिंधु जल संधि को स्थगित रखने की केंद्र सरकार की घोषणा का स्वागत करते हुए डाॅ चीमा ने कहा कि इस फैसले से केंद्र को तत्कालीन इंदिरा गांधी द्वारा पंजाब के साथ किये गये अन्याय को सुधारने का ऐतिहासिक अवसर मिला है, इसीलिए इसकी भरपाई सिंधु जल परियोजना से अतिरिक्त पानी देकर इसकी भरपाई की जानी चाहिए।
वरिष्ठ अकाली नेता ने उमर अब्दुल्ला से इस तरह के खतरनाक बयान देने से पहले पंजाब और देश के अन्य राज्यों के किसानों की जरूरतों को ध्यान में रखने का आग्रह किया।
