December 21, 2025

इन नुस्खों से करें गर्मी को टाटा-बाय बाय

इन नुस्खों से करें गर्मी को टाटा-बाय बाय गर्मी का मौसम आते ही शरीर में थकान, डिहाइड्रेशन, चक्कर आना और पसीना जैसे समस्याएँ आम हो जाती हैं। ऐसे में हमारी दादी-नानी के घरेलू नुस्खे आज भी उतने ही कारगर हैं जितने पहले हुआ करते थे। ये नुस्खे न केवल शरीर को ठंडक प्रदान करते हैं, बल्कि बिना किसी साइड इफेक्ट के स्वास्थ्य को बनाए रखने में भी मदद करते हैं। आइए जानें कुछ ऐसे ही पारंपरिक उपाय जो गर्मी से राहत दिला सकते हैं। आम पन्ना (कच्चे आम का शरबत): गर्मी में लू से बचने के लिए आम पन्ना एक बेहतरीन उपाय है। कच्चे आम को उबालकर उसका गूदा निकालकर उसमें भुना जीरा, काला नमक और पुदीना मिलाकर ठंडा शरबत तैयार किया जाता है। यह शरीर को ठंडक देता है और इलेक्ट्रोलाइट बैलेंस बनाए रखता है। सत्तू का शरबत: दादी-नानी सत्तू को ‘गर्मी का टॉनिक’ कहती थीं। यह पेट को ठंडक देता है और शरीर को ऊर्जा से भर देता है। सत्तू को पानी में मिलाकर उसमें नींबू, काला नमक और जीरा डालकर पीने से लू से बचाव होता है। छाछ और दही का सेवन: गर्मी में दही और उससे बनी छाछ (मट्ठा) बेहद लाभकारी होती है। छाछ में मसाले जैसे पुदीना, हींग और भुना जीरा मिलाकर पीने से पाचन ठीक रहता है और शरीर अंदर से ठंडा रहता है। तुलसी और नींबू का मिश्रण: तुलसी की कुछ पत्तियां और नींबू का रस एक साथ मिलाकर पीने से गर्मी में सिरदर्द और थकावट से राहत मिलती है। यह मिश्रण शरीर को डिटॉक्स करता है और इम्यून सिस्टम को भी मज़बूत बनाता है। खीरा, तरबूज और ककड़ी का सेवन: दादी-नानी हमेशा कहती थीं कि गर्मी में पानी से भरपूर फल खाने चाहिए। खीरा, ककड़ी और तरबूज जैसे फल शरीर में जल की कमी को दूर करते हैं और ठंडक प्रदान करते हैं। प्याज का उपयोग: एक पुराने नुस्खे के अनुसार, लू से बचने के लिए बाहर निकलने से पहले जेब में कच्चा प्याज रखना या प्याज का सेवन करना लाभकारी होता है। प्याज शरीर में गर्मी को संतुलित करने में मदद करता है। गुलाब जल और चंदन का लेप: गर्मी के कारण त्वचा में जलन और पसीने की बदबू आम हो जाती है। दादी-नानी अक्सर चंदन पाउडर में गुलाब जल मिलाकर चेहरे और गर्दन पर लेप लगाने की सलाह देती थीं, जिससे त्वचा में ठंडक बनी रहती है और रैशेज़ नहीं होते। नींबू पानी या शिकंजी: नींबू पानी को शिकंजी भी कहा जाता है। इसमें नींबू, पानी, नमक और शक्कर का संतुलित मिश्रण होता है जो गर्मी में शरीर को ऊर्जा देता है और नमक की कमी को पूरा करता है।

इन नुस्खों से करें गर्मी को टाटा-बाय बाय गर्मी का मौसम आते ही शरीर में थकान, डिहाइड्रेशन, चक्कर आना और पसीना जैसे समस्याएँ आम हो जाती हैं। ऐसे में हमारी दादी-नानी के घरेलू नुस्खे आज भी उतने ही कारगर हैं जितने पहले हुआ करते थे। ये नुस्खे न केवल शरीर को ठंडक प्रदान करते हैं, बल्कि बिना किसी साइड इफेक्ट के स्वास्थ्य को बनाए रखने में भी मदद करते हैं। आइए जानें कुछ ऐसे ही पारंपरिक उपाय जो गर्मी से राहत दिला सकते हैं। आम पन्ना (कच्चे आम का शरबत): गर्मी में लू से बचने के लिए आम पन्ना एक बेहतरीन उपाय है। कच्चे आम को उबालकर उसका गूदा निकालकर उसमें भुना जीरा, काला नमक और पुदीना मिलाकर ठंडा शरबत तैयार किया जाता है। यह शरीर को ठंडक देता है और इलेक्ट्रोलाइट बैलेंस बनाए रखता है। सत्तू का शरबत: दादी-नानी सत्तू को ‘गर्मी का टॉनिक’ कहती थीं। यह पेट को ठंडक देता है और शरीर को ऊर्जा से भर देता है। सत्तू को पानी में मिलाकर उसमें नींबू, काला नमक और जीरा डालकर पीने से लू से बचाव होता है। छाछ और दही का सेवन: गर्मी में दही और उससे बनी छाछ (मट्ठा) बेहद लाभकारी होती है। छाछ में मसाले जैसे पुदीना, हींग और भुना जीरा मिलाकर पीने से पाचन ठीक रहता है और शरीर अंदर से ठंडा रहता है। तुलसी और नींबू का मिश्रण: तुलसी की कुछ पत्तियां और नींबू का रस एक साथ मिलाकर पीने से गर्मी में सिरदर्द और थकावट से राहत मिलती है। यह मिश्रण शरीर को डिटॉक्स करता है और इम्यून सिस्टम को भी मज़बूत बनाता है। खीरा, तरबूज और ककड़ी का सेवन: दादी-नानी हमेशा कहती थीं कि गर्मी में पानी से भरपूर फल खाने चाहिए। खीरा, ककड़ी और तरबूज जैसे फल शरीर में जल की कमी को दूर करते हैं और ठंडक प्रदान करते हैं। प्याज का उपयोग: एक पुराने नुस्खे के अनुसार, लू से बचने के लिए बाहर निकलने से पहले जेब में कच्चा प्याज रखना या प्याज का सेवन करना लाभकारी होता है। प्याज शरीर में गर्मी को संतुलित करने में मदद करता है। गुलाब जल और चंदन का लेप: गर्मी के कारण त्वचा में जलन और पसीने की बदबू आम हो जाती है। दादी-नानी अक्सर चंदन पाउडर में गुलाब जल मिलाकर चेहरे और गर्दन पर लेप लगाने की सलाह देती थीं, जिससे त्वचा में ठंडक बनी रहती है और रैशेज़ नहीं होते। नींबू पानी या शिकंजी: नींबू पानी को शिकंजी भी कहा जाता है। इसमें नींबू, पानी, नमक और शक्कर का संतुलित मिश्रण होता है जो गर्मी में शरीर को ऊर्जा देता है और नमक की कमी को पूरा करता है।

गर्मी का मौसम आते ही शरीर में थकान, डिहाइड्रेशन, चक्कर आना और पसीना जैसे समस्याएँ आम हो जाती हैं। ऐसे में हमारी दादी-नानी के घरेलू नुस्खे आज भी उतने ही कारगर हैं जितने पहले हुआ करते थे। ये नुस्खे न केवल शरीर को ठंडक प्रदान करते हैं, बल्कि बिना किसी साइड इफेक्ट के स्वास्थ्य को बनाए रखने में भी मदद करते हैं। आइए जानें कुछ ऐसे ही पारंपरिक उपाय जो गर्मी से राहत दिला सकते हैं।

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आम पन्ना (कच्चे आम का शरबत): गर्मी में लू से बचने के लिए आम पन्ना एक बेहतरीन उपाय है। कच्चे आम को उबालकर उसका गूदा निकालकर उसमें भुना जीरा, काला नमक और पुदीना मिलाकर ठंडा शरबत तैयार किया जाता है। यह शरीर को ठंडक देता है और इलेक्ट्रोलाइट बैलेंस बनाए रखता है।

सत्तू का शरबत: दादी-नानी सत्तू को ‘गर्मी का टॉनिक’ कहती थीं। यह पेट को ठंडक देता है और शरीर को ऊर्जा से भर देता है। सत्तू को पानी में मिलाकर उसमें नींबू, काला नमक और जीरा डालकर पीने से लू से बचाव होता है।

छाछ और दही का सेवन: गर्मी में दही और उससे बनी छाछ (मट्ठा) बेहद लाभकारी होती है। छाछ में मसाले जैसे पुदीना, हींग और भुना जीरा मिलाकर पीने से पाचन ठीक रहता है और शरीर अंदर से ठंडा रहता है।

तुलसी और नींबू का मिश्रण: तुलसी की कुछ पत्तियां और नींबू का रस एक साथ मिलाकर पीने से गर्मी में सिरदर्द और थकावट से राहत मिलती है। यह मिश्रण शरीर को डिटॉक्स करता है और इम्यून सिस्टम को भी मज़बूत बनाता है।

खीरा, तरबूज और ककड़ी का सेवन: दादी-नानी हमेशा कहती थीं कि गर्मी में पानी से भरपूर फल खाने चाहिए। खीरा, ककड़ी और तरबूज जैसे फल शरीर में जल की कमी को दूर करते हैं और ठंडक प्रदान करते हैं।

प्याज का उपयोग: एक पुराने नुस्खे के अनुसार, लू से बचने के लिए बाहर निकलने से पहले जेब में कच्चा प्याज रखना या प्याज का सेवन करना लाभकारी होता है। प्याज शरीर में गर्मी को संतुलित करने में मदद करता है।

गुलाब जल और चंदन का लेप: गर्मी के कारण त्वचा में जलन और पसीने की बदबू आम हो जाती है। दादी-नानी अक्सर चंदन पाउडर में गुलाब जल मिलाकर चेहरे और गर्दन पर लेप लगाने की सलाह देती थीं, जिससे त्वचा में ठंडक बनी रहती है और रैशेज़ नहीं होते।

नींबू पानी या शिकंजी: नींबू पानी को शिकंजी भी कहा जाता है। इसमें नींबू, पानी, नमक और शक्कर का संतुलित मिश्रण होता है जो गर्मी में शरीर को ऊर्जा देता है और नमक की कमी को पूरा करता है।

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