सुबह खाली पेट पिएं रातभर भीगे सौंफ का पानी
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सुबह खाली पेट पिएं रातभर भीगे सौंफ का पानी
सेहत को मिलेंगे 6 जबरदस्त फायदे
भारतीय भोजन प्रेमियों के बीच सौंफ एक बेहद लोकप्रिय मसाला है, खासकर खाने के बाद लोग इसका उपयोग माउथ फ्रेशनर के रूप में करते हैं। सौंफ खाना पाचने में सहायता करने के लिए जानी जाती है और यह लगभग हर घर में इस्तेमाल होती है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि खाली पेट सौंफ का पानी पीने (Soaked Saunf Benefits ) से कई सेहतमंद फायदे मिल सकते हैं? अगर नहीं, तो आइए हम आपको बताते हैं कि यह छोटा-सा मसाला शरीर को कौन-कौन से लाभ दे सकता है।सौंफ की तासीर ठंडी होती है और इसके बीजों में ऐसे पाचन एंजाइम्स पाए जाते हैं जो डाइजेस्टिव सिस्टम को बेहतर बनाते हैं। अगर आप सौंफ को रातभर पानी में भिगोकर सुबह उसका सेवन करें, तो यह गैस, अपच और एसिडिटी जैसी समस्याओं से राहत दिलाता है। इसके अलावा, यह पेट की सूजन को भी कम करने में मदद करता है।सौंफ का पानी वजन कम करने में सहायक है। इसमें कैलोरी की मात्रा कम होती है और यह शरीर के मेटाबॉलिज्म को बढ़ाता है। यह भूख को कंट्रोल करता है और फूड क्रेविंग यानी बार-बार कुछ खाने की इच्छा को भी कम करता है। सौंफ का पानी शरीर में जमा अतिरिक्त चर्बी को घटाने में मदद करता है।
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सौंफ का पानी मुंह की दुर्गंध को दूर करने में उपयोगी है। इसमें मौजूद एंटी-बैक्टीरियल गुण मुंह के बैक्टीरिया को खत्म करते हैं, जिससे दुर्गंध और अन्य मुंह संबंधी समस्याओं से राहत मिलती है।सौंफ का पानी आंखों के लिए भी फायदेमंद है। इसमें विटामिन A और C पाए जाते हैं जो आंखों की सेहत के लिए जरूरी होते हैं। इसका सेवन आंखों की थकान और कमजोरी को दूर करता है और रोशनी को बेहतर बनाने में मदद करता है।महिलाओं के मासिक धर्म के दौरान होने वाले दर्द और अन्य समस्याओं में सौंफ का पानी काफी राहत पहुंचाता है। यह हार्मोनल असंतुलन को नियंत्रित करता है और पीरियड्स को नियमित करने में सहायक होता है।सौंफ का पानी बालों के लिए भी बेहद फायदेमंद होता है। यह बालों के झड़ने को रोकने में मदद करता है और उनके प्राकृतिक चमक को बढ़ाता है। आप सौंफ के पानी को बालों पर लगाने के लिए भी उपयोग कर सकते हैं, जिससे बाल मजबूत और चमकदार बनते हैं।
डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।