एकादशी के व्रत व कथा सुनने से करोड़ों यज्ञों के बराबर पुण्य प्राप्त होता है:नदीया बिहारी दास
रघुनाथ शर्मा बेबाक़, जसूर: एकादशी में आंवला एकादशी का बड़ा महत्व है। एकादशी के व्रत व कथायापन से करोड़ों यज्ञों के बराबर पुण्य प्राप्त होता है। यह बात जसूर के समीप भरमोली स्तिथ आनन्द पैलेस में संकीर्तन व भागवत रहस्य कथा के कार्यक्रम में कथावाचक नदीया बिहारी दास ने उपस्थित श्रोताओं को कही। उन्होंने कहा कि आंवला एकादशी में अन्न का सेवन वर्जित है। इस दिन आंवला के पेड़ की पूजा, परिक्रमा व फल का सेवन करना चाहिए। कार्यक्रम में काँगड़ा चम्बा सांसद डॉ राजीव भारद्वाज, पूर्व विधायक राजेश ठाकुर ने भी भागवत कथा का रसपान किया। कार्यक्रम के बाद प्रतिदिन भंडारे का भी आयोजन किया जा रहा है। कथा के आयोजक कमलेश व अनीता भण्डारी ने बताया कि सैंकड़ो श्रोता प्रतिदिन भंडारे का भोग भी ग्रहण कर रहे है।
