क्षति पूर्ति पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन का (3 फरवरी) आखिरी दिन
🔸किसान स्वयं या सीएससी पोर्टल के जरिए कर सकते हैं आवेदन – डीसी
वर्षा और जलभराव के कारण जिन किसानों की फसल को नुकसान हुआ है, उनके लिए क्षति पूर्ति पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन की अंतिम तिथि दो दिन बढ़ाई गई थी, किसान आज (3 फरवरी) तक अपने नुकसान की रिपोर्ट पोर्टल पर दर्ज कर सकते हैं। पहले यह पोर्टल 1 फरवरी तक खुला था, लेकिन 25 और 26 जनवरी को तकनीकी कारणों से पोर्टल बंद रहने के कारण डीसी प्रदीप दहिया ने सरकार से इसकी अवधि बढ़ाने का अनुरोध किया था, जिसे स्वीकार कर लिया गया था।
डीसी प्रदीप दहिया ने अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं कि जिन किसानों की फसलें भारी बारिश और जलभराव से प्रभावित हुई हैं, उनके आवेदन समय पर पोर्टल पर दर्ज हों। उन्होंने कहा कि सरकार की इस पहल का उद्देश्य प्रभावित किसानों को शीघ्र आर्थिक सहायता प्रदान करना है। डीसी ने बताया कि जिले के किसान स्वयं या नजदीकी सीएससी (कॉमन सर्विस सेंटर) पर जाकर पोर्टल पर अपनी रिपोर्ट दर्ज कर सकते हैं। उन्होंने कृषि विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि पोर्टल पर दर्ज नुकसान की रिपोर्ट को जल्द सत्यापित किया जाए, ताकि मुआवजा राशि किसानों के बैंक खातों में जल्द से जल्द भेजी जा सके। सरकार द्वारा निर्धारित नीति के तहत मुआवजा सीधे किसानों के खातों में ट्रांसफर किया जाएगा। जिले में करीब आठ दर्ज गांव हैं जो क्षतिपूर्ति पोर्टल पर आवेदन कर सकते है। ये वो गांव हैं जहां बारिश व जलभराव के कारण से फसलों को नुकसान हुआ था।