कोहरे की चादर में लिपटा हरियाणा, बढ़ी ठंड
चंडीगढ़: हरियाणा में ठंड ने अपना प्रचंड रूप दिखाना शुरू कर दिया है. प्रदेश के कई इलाकों में घने कोहरे ने लोगों के जीवन को बुरी तरह प्रभावित किया है. लगातार चौथे दिन हरियाणा की सड़कों पर विजिबिलिटी जीरो हो गई है. रेवाड़ी, महेंद्रगढ़, फरीदाबाद, पानीपत और पंचकूला जैसे जिलों में कोहरे के कारण लोग परेशान हैं. हालात इतने खराब हैं कि सुबह के समय कोहरे की बूंदें बारिश की तरह गिर रही हैं. सर्द हवाओं और शीतलहर ने प्रदेश को शिमला-मनाली से भी ज्यादा ठंडा कर दिया है.
मौसम विभाग ने हरियाणा में घने कोहरे और शीतलहर को देखते हुए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. अंबाला, हिसार, जींद, करनाल, कुरुक्षेत्र और यमुनानगर समेत कई जिलों में पुलिस ने लोगों को जरूरी होने पर ही वाहन चलाने की सलाह दी है.
कोहरे के कारण ट्रेन और हवाई सेवाएं प्रभावित हो रही हैं. सिरसा एक्सप्रेस और कॉर्बेट पार्क लिंक एक्सप्रेस जैसी ट्रेनें 2 घंटे देरी से चल रही हैं. वहीं, अमृतसर और चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर उड़ानों को रीशेड्यूल किया जा रहा है।
मौसम विज्ञानियों के अनुसार 5 और 6 जनवरी को एक बार फिर पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो सकता है। इसका असर उत्तरी हरियाणा के पंचकूला, अंबाला, कुरुक्षेत्र और करनाल जैसे जिलों में मध्यम बारिश के रूप में दिख सकता है। बारिश के साथ ओलावृष्टि की भी संभावना है, जिससे किसानों की चिंता बढ़ सकती है। पिछली बारिश और ओलावृष्टि ने किसानों की फसलों को काफी नुकसान पहुंचाया था। कृषि विशेषज्ञों ने किसानों को सलाह दी है कि बारिश से पहले फसलों की सिंचाई करें और यूरिया का छिड़काव करें। यह मौसम गेहूं की फसलों के लिए फायदेमंद हो सकता है, लेकिन सब्जी की फसलों को नुकसान हो सकता है।
नारनौल सबसे ठंडा, गुरुग्राम में एक्यूआई खतरनाक शुक्रवार को गुरुग्राम में एक्यूआई 363, फरीदाबाद में 353 और चरखी दादरी में 232 दर्ज किया गया। लोगों को ठंड से बचाव की सलाह
डॉक्टरो और विशेषज्ञ ने आम लोगों को ठंड के इस मौसम में घर से कम निकलें की सलाह दी है । खासकर बच्चों और बुजुर्गों को ज्यादा सावधान रहना चाहिए। ठंड से बचने के लिए गर्म कपड़े पहनें और अलाव का सहारा लें।
हरियाणा में इस समय ठंड और कोहरे का प्रकोप चरम पर है। प्रशासन और मौसम विभाग की चेतावनियों को गंभीरता से लेना बेहद जरूरी है। किसान और आम लोग सतर्क रहें और अपनी सुरक्षा सुनिश्चित करें। आने वाले दिनों में संभावित बारिश और शीतलहर से बचने के लिए पहले से तैयारी करना समझदारी होगी।
