संसद के दोनों सदनों में आज भी भारी हंगामा, कार्रवाई स्थगित
नई दिल्ली: संसद का शीतकालीन सत्र अपने आखिरी पड़ाव में बढ़ चुका है। हालांकि अभी दोनों सदनों की कार्यवाही नियमित रूप से नहीं चल पा रही है। राज्यसभा और लोकसभा में अभी भी जबरदस्त हंगामे का दौर जारी है। दोनों सदनों में सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच वार-पलटवार का दौर देखने को मिला। अडानी मुद्दा और सोरोस मुद्दा पर दोनों पक्ष आमने-सामने है जिसकी वजह से दोनों सदनों के कार्यवाही नहीं चल पा रही है। सरकार ने बताया कि एनआईए ने जिन मामलों की जांच की है उनमें दोषसिद्धि दर 95.23 प्रतिशत है। संसद में इस बात की जानकारी दी गई है कि इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने 9,845 यूआरएल ब्लॉक करने के आदेश दिए है। साथ ही लोकसभा ने रेल (संशोधन) विधेयक, 2024 को पारित किया।
तृणमूल कांग्रेस सदस्य कल्याण बनर्जी की केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को लेकर की गई टिप्पणी पर सत्तापक्ष के सांसदों के हंगामे के कारण बुधवार को लोकसभा की कार्यवाही शाम पांच बजकर एक मिनट पर दिनभर के लिए स्थगित कर दी गई। बनर्जी की टिप्पणी के दौरान तृणमूल कांग्रेस और सत्ता पक्ष के सदस्यों के बीच तीखी नोकझोंक हुई। हालांकि, बनर्जी ने अपनी टिप्पणी के लिए सिंधिया से माफी मांगी, लेकिन केंद्रीय मंत्री ने कहा कि वह अपने खिलाफ निजी हमले और भारत की महिलाओं के खिलाफ बयान पर विपक्षी सांसद की माफी स्वीकार नहीं कर रहे।
राज्यसभा में बुधवार को सभापति जगदीप धनखड़ को पद से हटाने के प्रस्ताव संबंधी नोटिस और जार्ज सोरोस से कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व के संबंधों के आरोपों के मुद्दे पर सत्ता पक्ष और विपक्ष के सदस्यों ने भारी हंगामा किया, जिसकी वजह से सदन की कार्यवाही एक बार के स्थगन के बाद दिन भर के लिए स्थगित कर दी गई। पहली बार के स्थगन के बाद दोपहर 12 बजे जब सदन की कार्यवाही आरंभ हुई तो आसन पर उपसभापति हरिवंश थे। उन्होंने प्रश्नकाल शुरु करने की कोशिश की लेकिन सत्ता पक्ष और विपक्ष की ओर से हंगामा शुरु हो गया। हंगामे के बीच सदन के नेता जे पी नड्डा ने कहा कि सत्तारूढ़ गठबंधन के सदस्य पिछले दो दिनों से जार्ज सोरोस और कांग्रेस के वरिष्ठतम सदस्य के संबंधों का मुद्दा उठाने का प्रयास कर रहे हैं और इसीलिए इस मुद्दे को भटकाने के उद्देश्य से विपक्ष की ओर से आसन पर आक्षेप लगाने का ‘कुत्सित’ प्रयास किया गया है।
