पीएनडीटी एक्ट का उल्लंघन करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा:डॉ. दलजीत कौर
स्वास्थ्य विभाग भ्रूणहत्या जैसी बुराई को जड़ से खत्म करने के लिए गंभीर:मेडिकल ऑफिसर
सचिन सोनी, कीरतपुर साहिब , डॉ. परमिंदर कुमार के निर्देश पर सिविल सर्जन रूपनगर प्रसवकालीन निदान पर विशेष गोष्ठी वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी कीरतपुर साहिब डॉ. दलजीत कौर के नेतृत्व में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कीरतपुर साहिब में तकनीक अधिनियम का संचालन किया गया। जिसमें कन्या भ्रूण हत्या के मुद्दे पर काफी गंभीरता से विचार किया गया और इस विषय पर खुलकर चर्चा की गई। डॉ. दलजीत कौर ने कहा कि देश में लड़कों की तुलना में लड़कियों की संख्या में लगातार गिरावट चिंता का विषय है। विस्तार से बताते हुए उन्होंने कहा कि बेटी को बचाने, बेटी को शिक्षित करने का मिशन हम तभी पूरा कर सकते हैं जब बेटी मां के गर्भ में सुरक्षित रहे, इस दुनिया में जन्म ले और उसकी अच्छी परवरिश हो। अब समय बदल गया है और लड़कियां हर क्षेत्र में लड़कों से आगे हैं। अब लड़कियां पढ़ाई, खेल, संगीत और हर क्षेत्र में अच्छा प्रदर्शन कर देश का नाम रोशन कर रही हैं। उन्होंने प्रसव पूर्व निदान तकनीक अधिनियम के बारे में बताते हुए कहा कि इस अधिनियम के तहत मां के गर्भ में बच्चे का लिंग निर्धारण करना कानूनी अपराध है, जिसके तहत कड़ी सजा का प्रावधान है। इस अवसर पर चिकित्सा अधिकारी डा. जंगजीत सिंह ने कहा कि लिंगानुपात के अंतर को कम करने के लिए अभियान चलाया जाना चाहिए और कन्या भ्रूण हत्या के खिलाफ अपने आसपास के लोगों को शिक्षित करने के लिए उचित कदम उठाए जाने चाहिए। उन्होंने कहा कि इस अभियान को गति देने के लिए पंजाब सरकार ने फर्जी मरीज को एक लाख रुपये और सूचना देने वाले को पचास हजार रुपये का ईनाम देने की घोषणा की है। लिंग निर्धारण परीक्षण कराने वाले केंद्रों के खिलाफ देने की घोषणा की है उन्होंने कहा कि इस अधिनियम के क्रियान्वयन के लिए जननी शिशु सुरक्षा कार्यक्रम योजना के तहत गर्भ पंजीकरण की नई चिकित्सा समाप्ति, निजी अस्पतालों की सूची भी शामिल है। इस अधिनियम का उल्लंघन करने वाले के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। स्वास्थ्य निरीक्षक बलवंत राय ने कहा कि श्री गुरु नानक देव जी ने इस समाज में महिलाओं को सबसे ऊंचा दर्जा दिया है। तो आइए उनके नक्शेकदम पर चलने का संकल्प लें और इस समाज से कन्या भ्रूण हत्या के कलंक को मिटा दें। इस मौके पर सुनीता देवी एलएचवी, पूनम रानी सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी, ज्योति देवी, हरजीत कौर एएन. एम, कुलविंदर सिंह, जसवंत सिंह स्वास्थ्य कार्यकर्ता और कीरतपुर साहिब के विभिन्न गांवों के पितृगण उपस्थित थे।
