उत्साह व उम्मीदों से भरपूर है वर्ष 2024
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अपनी मीठी- कड़वी यादों के साथ वर्ष 2023 हमें अलविदा कह गया है व फिर से एक नए वर्ष का आगाज हुआ है। आशा करते हैं कि वर्ष 2024 भारत के साथ-साथ समूचे विश्व को शांति, समृद्धि व भाईचारे की तरफ लेकर जाएगा व विश्व मानवता व प्रकृति के प्रति प्रेम के भाव के साथ आगे बढ़ेगा। वर्ष 2020-21 में जहां विश्व कोरोना महामारी की चपेट में आने से आर्थिक रूप से बुरी तरह प्रभावित हुआ व लाखों लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी वहीं 2023 में रूस- यूक्रेन युद्ध व इजरायल- हमास युद्ध ने सभी देशों की अर्थव्यवस्था व मानव जीवन पर विपरीत असर डाला। उम्मीद की जानी चाहिए कि उपरोक्त दोनों युद्ध नए वर्ष में समाप्त हो जाएंगे व दुनिया भर के देशों एवं क्रूर शक्तियों को समझ आएगा कि युद्ध सिर्फ विनाश देता है व जीवन जीने के लिए शांति का मार्ग ही एकमात्र राह है।
नए वर्ष के शुरू में ही भारतवासियों के लिए उम्मीदों का पिटारा खुलने वाला है। सैंकड़ों वर्षों के संघर्ष के उपरांत अयोध्या में 22 जनवरी को राम मंदिर का उद्घाटन या प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी। यह दिन धार्मिक व राजनीतिक रूप से ही महत्वपूर्ण नहीं है बल्कि अयोध्या में धार्मिक पर्यटन बढ़ने से उत्तर प्रदेश की आर्थिकी को भी भारी लाभ मिलेगा। अयोध्या में राम मंदिर बनने का इंतजार देशवासी वर्षों से कर रहे हैं। राजनीतिक रूप से भी राम मंदिर पिछले कई चुनावों से एक बड़ा मुद्दा बना हुआ था। राम मंदिर के बन जाने से देशवासियों में अपार हर्ष है जिसे शब्दों में व्यक्त नहीं किया जा सकता। प्रदेश व केंद्र सरकार जिस प्रकार अयोध्या को विकसित कर रही है इसी तरह अगर काशी व मथुरा को भी विकसित किया जाए तो धार्मिक पर्यटन बढ़ने से उत्तर प्रदेश तेजी से विकास की दिशा में आगे बढ़ेगा।
वर्ष 2023- 24 में भारत की अर्थव्यवस्था 7% तक बढ़ने की उम्मीद है। अगर अमेरिका और यूरोप भारी मंदी में न फंसे तो उम्मीद की जानी चाहिए कि 2024- 25 आर्थिक व्यवस्था के लिए उससे भी ज्यादा शानदार नतीजे लिए हुए होगा। वर्ष 2024 के मार्च अप्रैल तक देश में लोकसभा के आम चुनाव भी होंगे। ऐसे में साल के शुरू से ही राजनीतिक गतिविधियों में तेजी देखी जाएगी व देश की राजनीतिक पार्टियों एक दूसरे पर आरोप- प्रत्यारोप लगाती हुई नजर आएंगी।
इसी वर्ष में भारत के पड़ोसी देश बांग्लादेश और पाकिस्तान में भी आम चुनाव होने हैं बांग्लादेश में 7 जनवरी और पाकिस्तान में 8 फरवरी को चुनाव होने वाले हैं। इसके साथ ही साल के अंत में अमेरिका और ब्रिटेन में भी आम चुनाव होंगे जिनका असर भारत की राजनीति व अर्थव्यवस्था पर भी पड़ेगा। भारत के जम्मू कश्मीर में भी इसी वर्ष सितंबर से पहले चुनाव हो सकते हैं। साथ ही राज्य का दर्जा भी बहाल होना है। सुप्रीम कोर्ट ने भी अनुच्छेद 370 को लेकर अपने फैसले में प्रदेश को राज्य का दर्जा देने का रास्ता जल्द से जल्द स्पष्ट करने को कहा था।
इसके साथ-साथ केंद्र सरकार द्वारा 1 फरवरी को 2024- 25 का केंद्रीय बजट पेश किया जाएगा जो कि मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का अंतिम बजट होगा। चुनावी वर्ष होने के कारण लोगों की ज्यादा उम्मीदें इस बजट में मोदी सरकार से रहेगी। वर्षों से टली हुई जनगणना 2024 में हो सकती है। यह न सिर्फ चुनाव क्षेत्रों के सीमांकन के लिए जरूरी है बल्कि संसद में पास हो चुके 33% महिला आरक्षण बिल को लागू करने के लिए भी आवश्यक है।
भारत का गगनयान प्रोजेक्ट भी पूरे वर्ष सुर्खियों में रहेगा। इस साल कई टेस्ट लॉन्च होंगे और अगर सब कुछ ठीक रहा तो भारत के पहले मानव युक्त अंतरिक्ष मिशन की तैयारी को गति देंगे। कुल मिलाकर 2024 एक महत्वपूर्ण वर्ष साबित हो सकता है जिसमें भारत कई क्षेत्रों में ऊंचाइयों को छू सकता है।