राज्यपाल आचार्य देव व्रत दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान में पहुंचे
सुखविन्द्र, गगरेट, गत दिवस गुजरात के वर्तमान राज्यपाल आचार्य देव व्रत दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान में पहुंचे। वह पिछले 15 साल से संस्थान के साथ जुड़े हुए हैं। इससे पूर्व वह हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल भी रह चुके हैं। सर्वप्रथम वह दिव्य दर्शन भवन में पहुंचे जहाँ पर उन्होंने संस्थान के संस्थापक एवं संचालक सर्व श्री आशुतोष महाराज जी को प्रणाम किया। इसके उपरांत स्वामी विश्वानंद एवं स्वामी गिरिधरानन्द ने राज्यपाल को विस्तार सहित निर्माण अधीन दिव्य सरोवर के मॉडल से अवगत करवाया। राज्यपाल का विशेष स्नेह गौ माता से है। वह देसी नस्ल की गायों को भारत में पुनः स्थापित करने के उद्देश्य से निरंतर कार्यरत्त हैं और देसी गायों के उत्थान के लिए वह विभिन्न प्रकार के कार्यक्रमों का आयोजन भी करवाते रहते हैं। संस्थान की कामधेनु गौशाला का भ्रमण करके वे अति प्रसन्न हुए। स्वामी चिन्मयानन्द ने राज्यपाल को कामधेनु गौशाला के प्रत्येक विभाग से अवगत करवाया। राज्यपाल ने कामधेनु गौशाला में बड़ी श्रद्धा एवं भाव से गौ माता का पूजन किया और गौशाला के प्रत्येक विभाग की बड़ी रूचि एवं गहराई से जानकारी ग्रहण की, जैसे सीमन स्टेशन, मुख्य कार्यालय जहाँ पर सभी गायों और नंदी की प्रत्येक जानकारी सॉफ्टवेयर में फीड की जाती है। सभी कार्यकर्ताओं को प्रोत्साहित करते हुए उन्होंने कहा कि ऐसी उम्दा नस्ल की गायें और नंदी पूरे भारत वर्ष में नहीं मिलेंगे। राज्यपाल ने कहा कि उन्हें यह देखकर बहुत आत्मसंतोष मिला कि संस्थान एक बेहतर समाज के उत्थान के लिए दिन -रात गौमाता की सेवा में कार्यरत्त हैं। अंत में उन्होंने संस्थान के द्वारा अन्य समाज कल्याण के लिए किए जा रहे प्रयासों को सराहा और अपने अगले गंतव्य के लिए स्वामी से विदा ली।
