उना के बंगाणा में 2 हजार पशुपालक ले रहे पशु क्रेडिट योजना का लाभ
पशुपालकों को 4% ब्याज पर डेढ़ लाख रुपये ऋण लेने का प्रावधान
अजय शर्मा बंगाणा, ऊना जिले के किसान अपनी खेती के साथ- साथ जानवर भैंस, गाय, भेड़-बकरी आदि जरूर पालते हैं। भारत सरकार ने किसानों की आय को दोगुना करने का लक्ष्यरखा है, जिसे पूरा करने के लिए भारत सरकार से लेकर सभी राज्य सरकार किसान के लिए छोटी, बड़ी सब तरह की योजनाओं को शुरू कर रही है और अब इसी को आगे बढ़ाते हुए सरकार ने पशु किसान क्रेडिट कार्ड योजना की शुरुआत की है। जिसके अंतर्गत केंद्र व राज्य सरकार किसानों को जानवर लेने, या उनके इलाज के लिए सब्सिडी पर लोन प्रदान कर रही है।
ऊना जिला में वर्ष 2023 में 2000 के करीब पशु क्रेडिट कार्ड किसानों द्वारा बनाए गए हैं जबकि जिला में 40000 से अधिक लोग पशुपालन व्यवसाय को कर रहे हैं। बहुत से किसानों का कहना है कि इस योजना के बारे में अभी तक उन्हें विस्तृत जानकारी नहीं है। पशुपालन विभाग द्वारा पशुपालकों को इस संबंध में जागरूक किया जाए तो पशुपालकों के क्रेडिट कार्ड बड़ी संख्या में बन सकते हैं जिसका लाभ जिले के पशुपालकों को मिल सकता है।
विभागीय जानकारी के अनुसार पशुपालक को एक पशु के ऊपर 66000 का लोन लोन चार प्रतिशत ब्याज पर मिलता है जबकि दो पशुओं के ऊपर पशुपालक डेढ़ लाख रुपए तक लोन चार प्रतिशत ब्याज पर ले सकता है। इसके अतिरिक्त अधिक लोन लेने के लिए पशुपालक को बैंक के पास अपनी जमीन को गिरवी रखने के उपरांत 7% ब्याज पर डेढ़ लाख से अधिक लोन दिए जाने का प्रावधान भी किया गया है। कोई भी पशुपालक जिसके पशु को विभाग द्वारा टैग लगाया है पशुपालन विभाग के कार्यालय में जाकर पशु क्रेडिट कार्ड के लिए आवेदन कर सकता है।
बंगाणा में बनाए गए सबसे अधिक क्रेडिट कार्ड
पशु चिकित्सालय बांगना में जिले में सबसे अधिक 639 पशु क्रेडिट कार्ड पशुपालन विभाग द्वारा बनाए गए हैं। इस क्षेत्र की विभागीय टीम लोगों को पशु क्रेडिट कार्ड बनाने के बारे में जागरूक करती रहती है। जिले जिले में दूसरे स्थान पर पशु चिकित्सालय चौकी मन्यार है। बांगना क्षेत्र की कमान वरिष्ठ चिकित्सक डॉक्टर सितेंद्र ने संभाल रखी है। पशुपालन विभाग की टीम पशुपालकों को पशु क्रेडिट कार्ड बनाने के लिए जागरुक कर रही है। बंगाणा कुरुक्षेत्र में अभी तक वर्ष 2023 में 639 पशु क्रेडिट कार्ड बनाए जा चुके हैं। इलाके के पशुपालक सरकार की इस योजना का लाभ बखूबी होगी उठा रहे हैं। जिले में लगभग 2000 के करीब पशु क्रेडिट कार्ड बनाए गए हैं। पशुपालकों को इस योजना के प्रति जागरूक करने के लिए समय-समय पर जागरूकता शिविर लगाए जाते हैं ताकि पशुपालक सरकार की बहुआयामी इस योजना का लाभ ले सकें।
