पराली को आग लगाने की बजाय खेत में जोतने को प्राथमिकता दें किसान
सचिन सोनी, श्री आनंदपुर साहिब 04 अक्टूबर, किसानों को फसल अवशेष प्रबंधन के उचित तरीके अपनाने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए खेतों में धान की पराली के प्रबंधन के लिए किसानों को रियायती दरों पर सरफेस सीडर मशीनें उपलब्ध करा रहा है। शिविर में किसानों को जानकारी देते हुए पंचायत सचिव अंकुश कुमार व अन्य माहिरा ने बताया कि पराली प्रबंधन को लेकर चलाये गये अभियान के तहत गांव-गांव में पराली जलाने से होने वाले दुष्प्रभाव के बारे में जागरूक किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सुरेवाल अप्पर और लोदीपुर बास झुग्गी-झोपड़ियों में उन्होंने किसानों से धान की पराली को आग न लगाने की अपील की और कहा कि वे धान की पराली को अपने खेतों में जोत लें या गांठें बना लें और उसकी उचित देखभाल करें। प्रदूषण से पर्यावरण, किसान अपना बहुमूल्य योगदान दें। उन्होंने कहा कि अब किसानों की सुविधा के लिए सरकार द्वारा पर्यावरण अनुकूल कृषि उपकरण भी उपलब्ध कराये जा रहे हैं, जिससे धान की पराली को आग लगाने की जरूरत नहीं है, किसान धान की कटाई के बाद सीधे गेहूं की बुआई कर सकता है। मशीनीकरण अपनाकर किसान अपनी आय बढ़ाने के साथ-साथ पर्यावरण भी बचा सकते हैं।
