कनाडा से आर पार की लड़ाई के मूड में भारत
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अब अपने ही घर में घिरते जा रहे हैं जस्टिन ट्रूडो
खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या को लेकर कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो द्वारा वहां की संसद में भारत पर लगाए गए आरोपों के बाद भारत सरकार ने सख्त रुख अपना लिया है। भारत द्वारा उठाए जा रहे कदमों को देखते हुए स्पष्ट होता है कि भारत अब कनाडा और वहां पल रहे खालिस्तानी आतंकियों को लेकर आर पार की लड़ाई लड़ने के मूड में है। भारत ने न सिर्फ कनाडा को असुरक्षित देश घोषित कर दिया है बल्कि वहां पल रहे आतंकियों में से 54 आतंकियों व गैंगस्टरों की सूची भी जारी कर उन पर इनाम भी घोषित कर दिया है। यही नहीं एनआईए ने इन आतंकियों की भारत में संपत्ति को भी जब्त करना शुरू कर दिया है।
पिछले लगभग एक दशक से कनाडा में खालिस्तानी आतंकवाद को खुलकर पोषित किया जा रहा है। कनाडा में भारत और हिंदू विरोधी गतिविधियां खुलकर होती रही हैं। जस्टिन ट्रूडो के प्रधानमंत्री बनने के उपरांत वहां भारत विरोधी गतिविधियां तेजी से बढ़ी है। भारत सरकार द्वारा कनाडा से बार-बार इस तरफ ध्यान देने की अपील की गई लेकिन जस्टिन ट्रूडो अपने राजनीतिक हितों को देखते हुए भारत सरकार की चिंता को हर बार दरकिनार करते रहे हैं।
भारत- कनाडा के रिश्तों में तनातनी के बीच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने कनाडा में रह रहे खालिस्तान समर्थक आतंकवादी और प्रतिबंधित अलगवादी संगठन सिख फॉर जस्टिस के प्रमुख गुरपतवंत सिंह पन्नू के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की है। उसकी भारत में ज्ञात संपत्ति जब्त कर ली गई है। पन्नू पर पंजाब में तीन देशद्रोह के मामलों सहित 22 आपराधिक मामले दर्ज हैं। पन्नू के पास अमेरिका की नागरिकता है जबकि वह कनाडा में रह रहा है। कनाडा में मारे गए आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की संपत्ति भी जब्त करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। उधर एनआईए ने निज्जर की जालंधर के गांव भारपुरा स्थित प्रॉपर्टी को भी जब्त करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है व उसके घर के बाहर नोटिस लगा दिया गया है।
पन्नू ने कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो द्वारा भारत पर निज्जर की हत्या का आरोप लगाए जाने के बाद एक वीडियो जारी किया था जिसमें उसने कनाडा से हिंदुओं को चले जाने को कहा था। पन्नू कनाडा में बैठकर भारत विरोधी गतिविधियों में शामिल रहा है। उसकी संपत्ति की जब्ती की कार्रवाई मोहाली एनआईए कोर्ट के आदेशों के बाद की गई है। एनआईए पंजाब पुलिस के साथ मिलकर ऐसे लोगों के खिलाफ संयुक्त ऑपरेशन चलाने की रणनीति बना रही है। पंजाब के कई वांछित आतंकवादी, गैंगस्टर, तस्कर व कट्टरपंथी फर्जी दस्तावेजों के आधार पर टूरिस्ट व स्टूडेंट वीजा लगाकर विदेश पहुंचे हैं। एनआईए ने पंजाब पुलिस से फर्जी तरीके से पासपोर्ट तैयार करवा कर विदेश गए आतंकवादियों व गैंगस्टरों की जानकारी मांगी है। विदेश पहुंचे गैंगस्टरों व आतंकवादियों ने वहां यह दावा करते हुए शरण ली थी कि भारत में उन्हें सताया जा रहा है। शरण मिलने के बाद वे वहां भारत विरोधी गतिविधियों में शामिल हो गए हैं और वहीं से पंजाब में आपराधिक घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं। विदेश गए अधिकतर गैंगस्टर व आतंकवादी कनाडा, यूके और अमेरिका में बैठे हैं।
भारत कनाडा के बीच रिश्तों में आई कड़वाहट का खामियाजा दोनों देशों को भुगतना पड़ सकता है। कनाडा को उम्मीद है कि अमेरिका ऑस्ट्रेलिया, यूके जैसे उसके सहयोगी देश इस मुद्दे पर उसके साथ खड़े होंगे। हालांकि यह अर्ध सत्य ही है क्योंकि हर देश राजनीतिक रिश्ते अपने- अपने हितों को देखते हुए निर्धारित करता है और यह सब देश भारत के साथ अपने हितों को देखते हुए ऐसे मुद्दे पर भारत का विरोध कभी नहीं करेंगे। वैसे भी जस्टिन ट्रूडो इस मुद्दे पर अपने ही देश में घिरते नजर आ रहे हैं। विपक्षी दल उन पर हमलावर हो रहे हैं व उनकी लोकप्रियता में भी भारी गिरावट दर्ज की जा रही है। कनाडा की अर्थव्यवस्था वहां पढ़ाई करने गए भारतीय छात्रों पर भी निर्भर है और भारत- कनाडा संबंधों में कड़वाहट आने से कनाडा की अर्थव्यवस्था पर बड़ा प्रभाव पड़ेगा।
भारत की कड़ी प्रतिक्रिया के बाद अब जस्टिन ट्रुडो सरकार भी बैक फुट पर नजर आने लगी है। सरकार द्वारा कनाडा के गुरुद्वारों में लगे विवादित बैनर हटाए जाने के आदेश दिए गए हैं। गुरुद्वारा प्रबंधकों द्वारा कट्टरवादियों द्वारा लगाए गए भारत विरोधी बैनरों को तेजी से हटाया जा रहा है व दीवारों पर लिखे नारों को मिटाया जा रहा है। भारत जिस मजबूती के साथ कनाडा के विरुद्ध शिकंजा कसता जा रहा है, उसे देखते हुए लगता है कि जस्टिन ट्रूडो का भारत के विरुद्ध उठाया गया यह कदम कनाडा और जस्टिन ट्रूडो पर ही भारी पड़ेगा। भारत सरकार द्वारा कनाडा और वहां पर रह रहे आतंकियों के विरुद्ध उठाए जा रहे सख्त कदमों से स्पष्ट हो रहा है कि भारत लंबे समय की सहनशीलता के उपरांत अब आर पार की लड़ाई लड़ने की दिशा में जुट चुका है।