शैवाल जमी नलकों से पीते रहे पानी घनारी उत्कृष्ट स्कूल के छात्र
सोया स्कूल प्रशासन, जगाने पहुंची तहसीलदार घनारी
ऊना/सुखविंदर/12 सितंबर/ स्कूलों में स्थानीय व्यवस्था बढ़िया किए जाने के दावे होते रहते हैं लेकिन आमतौर पर समस्याएं ही सुर्खियों में रहती हैं। अक्सर स्कूल की इक्का दुक्का उपलब्धियों को गिनाकर वहां सरकारी खर्च पर निरीक्षण के लिए आने वाले अधिकारी भी किस तरह आंखे मूंदकर अपनी आवोभगत से प्रभावित होकर ” सब ठीक है” का आशीर्वाद देकर इतिश्री कर लेते हैं। लेकिन जहां प्रदेश सरकार स्कूलों की बेहतर व्यवस्था को धरातल पर साकार करने को लेकर कृत संकल्प है वहीं इसका दायित्व स्कूल परिसर में जिन पर हैं, शायद वह सरकार के दिशा निर्देशों को लेकर जहां संजीदा नही हैं वहीं छात्रों से जुड़ी सुविधाओं को लेकर उदासीन भी नजर आते हैं। जब बात हो उत्कृष्ट विद्यालय की तो किसी भी प्रकार की अव्यवस्था उस स्कूल में बेहतर प्रबंधन करने की प्रक्रिया को सवालों के घेरे में ला खड़ा करती है। गगरेट क्षेत्र के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय घनारी की बात करें तो बरसात के मौसम से लेकर ही इसकी अव्यवस्था सुर्खियों में रही है। इसके मुख्य गेट के रास्ते से स्कूल तक वर्षा के मौसम में छात्रों को पहुंचना मुश्किल भरा रहा। कीचड़ के चलते समस्या बनी रही। किसी ने ध्यान देना उचित नही समझा। प्रदेश सरकार ने स्कूलों में बच्चों को स्वच्छ पेयजल मुहैया करवाने को लेकर स्कूल प्रबंधन को बाकायदा स्वच्छता बरतने के निर्देश जारी किए हुए हैं लेकिन घनारी स्कूल में पेयजल सुविधा के लिए लगे नलों पर उगी काई दर्शाती है कि उत्कृष्ट स्कूल में छात्र सुविधाओं को लेकर स्कूल प्रशासन कितना संवेदनशील है। नलों पर जमी काई छात्रों के स्वास्थ्य के लिए खतरे की घण्टी है। इस स्कूल में पढ़ने वाले मेहनती छात्र अपने मेहनत के बल पर स्कूल का नाम राज्य भर में रोशन करते रहे हैं जो कि स्कूल के लिए गौरव की बात है। लेकिन वाहवाही के बीच छात्रों के लिए बेहतर सुविधाए मुहैया कराने को लेकर नलों पर उगी काई दर्शाती है कि यहां शिक्षा ग्रहण कर रहे छात्रों की स्कूल प्रशासन को कोई चिंता नही है। हैरानी की बात है कि निरीक्षण के लिए आने वाली टीम ने भी स्कूल में छात्रों के लिए पेयजल सुविधा को जांचना उचित नही समझा जोकि निरीक्षण टीम की खानापूर्ति को उजागर करता है। जबकि डिप्टी डायरेक्टर देवेंद्र चन्देल व उनकी टीम ने पिछले महीने गुरुवार 17 अगस्त 2023 को निरीक्षण किया था जिसमें स्कूल रिकॉर्ड सही पाया गया। विद्यार्थियों और अध्यापकों की उपलब्धियां एवम प्रयास प्रशंसनीय है फिर भी स्कूल प्रशासन को कुछ जरूरी सुझाव दिए गए है ताकि विद्यालय का संचालन और बढ़िया हो और विद्यार्थियों को ज्यादा से ज्यादा सुविधाएं मिल सकें। वर्तमान में इनके निर्देशों के बाद भी पेयजल नलों पर जमी काई दर्शाती है कि इक्का दुक्का उपलब्धियों के आंकड़ों में आम छात्र वर्ग की सुविधाएं शायद स्कूल प्रशासन व जिला के आला अधिकारियों की नजर में कोई विशेष महत्व नहीं रखती। लेकिन बीते दिनों जब इस उत्कृष्ट विद्यालय के छात्रों के लिए स्कूल प्रशासन की नाक तले काई युक्त पेयजल सुविधा प्रबुद्ध वर्ग के ध्यान मे आई तो उन्होंने तहसीलदार घनारी शिखा पटियाला को इस बारे अवगत कराया जिसका त्वरित संज्ञान लेते हुए प्रशासनिक अधिकारी शिखा पटियाल ने औचक निरीक्षण कर ध्यान मे आई समस्या को सही पाया व स्कूल प्रशासन को बेहतर छात्र पेयजल स्वच्छ सुविधा मुहैया कराने के निर्देश दिए। तब कहीं जाकर कुंभकर्णी निंद्रा से स्कूल प्रशासन हरकत आया व पेयजल नलकों को चकाचक बनाकर भूल सुधार की।
