March 15, 2025

निजी कंपनियों के विज्ञापन बोर्ड उड़ा रहे नियमों की धज्जियां

सुखविंदर/17अगस्त/ गगरेट विधानसभा क्षेत्र गगरेट से दौलतपुर तक पेड़ों पर निजी कंपनियों द्वारा प्रचार प्रसार के लिए लगाए गए बोर्ड पेड़ों पर कील ठोक कर व लोहे की तारों से लगाए जा रहे हैं, पहले भी कई बार यह मामला सुर्खियों में रहा परंतु कोई निश्चित हाल न होना प्रशासन की नाकामी को दर्शाता है। निश्चित ही इससे हरियाली को खतरे में डाला जा रहा है। पेड़ों पर लगे होर्डिंग बोर्ड जंगलात विभाग के उच्चाधिकारियों को मुंह चिढ़ा रहे हैं। पब्लिसिटी के लिए लोगों ने पेड़ों को निशाना बना लिया है। सड़क किनारे पेड़ों की संख्या ज्यादा है इसलिए लोग इन पर होर्डिंग बनवा कर लगा देते हैं। यही नहीं पेड़ में कील लगा दी जाती है या फिर लोहे की तार बांध दी जाती है। इन कीलों से ज्यादा लोहे की तार खतरनाक है। लगाने के कुछ दिन बाद तार पेड़ को कसकर जकड़ लेती है और पेड़ के फैलने पर तार अंदर घुस जाती है। इससे पेड़ सूख जाता है या पौधे का विकास पूरी तरह से रूक जाता है। इस ओर फारेस्ट विभाग व बिजली विभाग अपनी जिम्मेदारी नहीं निभा रहा है। इस बारे वन विभाग के अधिकारी ने बताया कि इस मामले की शीघ्र ही जांच की जाएगी। पेड़ों पर कोई भी बोर्ड नहीं लगा सकते। जहां पेड़ों पर होर्डिंग बोर्ड लगे हैं उन्हें शीघ्र ही हटाया जाएगा। इस बारे बिजली विधुत विभाग के अधिकारी जेई से जब बात हुई तो उन्होंने बताया कि आपके माध्यम से हमें सूचना मिली है और इस पर जल्द से जल्द कार्रवाई की जाएगी।