महाकुंभ : संगम तट पर मची भगदड़ में 35 की मौत
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50 से ज्यादा घायल, शहर में श्रद्धालुओं के आने पर लगी रोक
प्रयागराज: प्रयागराज के संगम तट पर मंगलवार-बुधवार की रात भगदड़ मच गई। इसमें 35 से अधिक लोगों की मौत होनें की आशंका है वहीं 50 से ज्यादा घायल बताए जा रहे हैं। जानकारी के मुताबिक अस्पताल में 20 शव पोस्टमॉर्टम के लिए लाए जा चुके हैं। जबकि कई शव परिजनों को सौंपे जा चुके हैं। हालांकि, प्रशासन ने मौत या घायलों की संख्या को लेकर कोई आधिकारिक पुष्टी नहीं की है।
भगदड़ के बाद प्रशासन के अनुरोध पर सभी 13 अखाड़ों ने आज मौनी अमावस्या का अमृत स्नान रद्द कर दिया था। इसके बाद अखाड़ों ने बैठक की। इसमें तय हुआ कि 10 बजे के बाद अमृत स्नान करेंगे। प्रधानमंत्री मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने मुख्यमंत्री योगी से फोन पर घटना की जानकारी ली। अब हेलिकॉप्टर से महाकुंभ की निगरानी की जा रही है। जानकारी के मुताबिक अफवाह के चलते संगम नोज पर भगदड़ मची। कुछ महिलाएं जमीन पर गिर गईं और लोग उन्हें कुचलते हुए निकल गए। हादसे के बाद 70 से ज्यादा एंबुलेंस संगम तट पर पहुंचीं। इनसे घायलों और मृतकों को अस्पताल ले जाया गया।
हादसे के बाद संगम तट पर एनएसजी कमांडो ने मोर्चा संभाल लिया है। संगम नोज इलाके में आम लोगों की एंट्री बंद कर दी गई। भीड़ और न बढ़े, इसलिए प्रयागराज शहर में भी श्रद्धालुओं के आने पर रोक लगा दी गई है। बता दें महाकुंभ में आज मौनी अमावस्या का स्नान है, जिसके चलते करीब 5 करोड़ श्रद्धालुओं के शहर में मौजूद होने का अनुमान है। प्रशासन के मुताबिक, संगम समेत 44 घाटों पर आज देर रात तक 8 से 10 करोड़ श्रद्धालुओं के डुबकी लगाने का अनुमान है। इससे एक दिन पहले यानी मंगलवार को साढ़े 5 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालुओं ने संगम में डुबकी लगाई। पूरे शहर में सुरक्षा के लिए 60 हजार से ज्यादा जवान तैनात हैं।