लखीमपुर खीरी हिंसा पर सियासी घमासान जारी, राहुल गांधी के लखनऊ आने से पहले यूपी सरकार की दो टूक- माहौल बिगाड़ने नहीं देंगे
1 min readलखनऊ, जेएनएन। उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले में तो दंगल से पहले ही हिंसा हो गई, लेकिन सरकार और विपक्ष के बीच घटना के बाद से ही कुश्ती जारी है। यूपी के विधानसभा चुनाव से ऐन पहले ही हुई इस सनसनीखेज घटना के बाद विपक्षी दलों में पहले पीड़ित और घटनास्थल तक पहुंचने की होड़-दौड़ रविवार से ही शुरू हो गई और आज बुधवार को भी जारी है। पहले दिन रात में ही कांग्रेस महासचिव प्रियंका वाड्रा दिल्ली से लखनऊ पहुंचकर लखीमपुर के लिए रवाना हो गईं, लेकिन सीतापुर में रोक कर हिरासत में ले ली गईं। लखीमपुर खीरी जाने के ऐलान के बाद बहुजन समाज पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्र को हाउस अरेस्ट कर लिया गया। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को लखनऊ एयरपोर्ट से लौटा दिया गया। समाजवादी पार्टी मुखिया अखिलेश यादव और प्रसपा अध्यक्ष शिवपाल यादव लखनऊ में सड़क पर प्रदर्शन के लिए उतरे, जो हिरासत में लेकर बाद में छोड़ दिए गए। आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह भी सीतापुर में हिरासत में ले लिए गए। अब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी भी लखीमपुर जाने की कोशिश में हैं। हालांकि सरकार ने उनकी तरफ से लखीमपुर खीरी जाने को लेकर मांगी गई अनुमति को खारिज कर दिया है।