कांगड़ा जिला प्रशासन मुस्तैद…ताकि फैलने न पाए डायरिया
1 min readधर्मशाला- कांगड़ा जिला प्रशासन जल जनित रोगों से लोगों के बचाव को पूरी तरह मुस्तैद है। बचाव को लेकर एहतियाती कदम उठाए गए हैं, ताकि यहां डायरिया को फैलने से रोका जा सके। जिले में स्वास्थ्य विभाग एक्शन मोड में है, पूर्व तैयारी के तौर पर सभी स्वास्थ्य संस्थानों में जरूरी दवाओं और अन्य प्रबंधों के साथ ही जन जागरूकता पर बल दिया जा रहा है। वहीं जल शक्ति विभाग के जरिए व्यापक स्तर पर जल स्रोतों की स्वच्छता को मुहिम छेड़ी गई है।
उपायुक्त डॉ. निपुण जिंदल ने बताया कि धर्मशाला तहसील के शीला चौक, पासू और भटेड़ गांवों में डायरिया के कुछ मामले आने के दृष्टिगत स्वास्थ्य विभाग की टीम को मौके पर भेजा गया था। विभाग के कर्मचारियों ने घर-घर जाकर लोगों की जांच और प्रभावितों को तत्काल उपचार सुविधा उपलब्ध कराई है। हर घर जाकर लोगों की जांच के साथ ही इससे निपटने के लिए दवाईयां उपलब्ध करवाई गई हैं। उन्होंने कहा कि घरों से लिए गए पानी के सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं और स्टोर किए गए पानी को फेंक दिया गया है।
वहीं, धर्मशाला की एसडीएम शिल्पी बेक्टा ने भी प्रभावित गांवों में जाकर स्थिति का जायजा लिया, वहां लोगों से बातचीत की और प्रभावितों का कुशलक्षेम जाना।
डॉ. निपुण जिंदल ने बताया कि प्रभावित क्षेत्र के लोगों की मदद के लिए पासू स्थित स्वास्थ्य उपकेंद्र चौबीसों घंटे खुला रहेगा और वहां एंबुलेंस वाहन भी तैनात किया गया है। प्रत्येक घर में क्लोरीन गोलियों का वितरण किया जा रहा है।
उपायुक्त ने बताया कि स्थिति पर नजर रखने के लिए खंड स्तर पर रैपिड एक्शन टीमें गठित की गई हैं। इसके अलावा जल शक्ति विभाग को जिले में हर उपमंडल में जल स्रोतों के रैंडम सैंपल लेकर स्वच्छता मानकों पर जांचने को कहा है। पानी के टैंकों और अन्य स्रोतों में क्लोरीन और ब्लीचिंग पाउडर डालने का काम किया जा रहा है।
डॉ. निपुण जिंदल ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग के जरिए लोगों को डायरिया से बचाव और अपने आस-पास सफाई का ध्यान रखने के लिए जागरूक किया जा रहा है। उन्होंने लोगों से अपील की कि किसी भी व्यक्ति को डायरिया से संबंधित लक्षण दिखें तो तुरंत अपने नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में जांच करवाएं। उन्होंने कहा कि जांच और उपचार के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीमें तैयार हैं।